नई दिल्ली, 16 अगस्त 2025। भारत में उपराष्ट्रपति पद के लिए राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जगदीप धनखड़ के 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों से अचानक इस्तीफा देने के बाद यह पद खाली हो गया था। अब सवाल यह है कि देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा? इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने कमर कस ली है। बीजेपी का संसदीय बोर्ड 17 अगस्त को शाम 6 बजे एक अहम बैठक आयोजित करने जा रहा है, जिसमें एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के नाम पर अंतिम मुहर लगने की संभावना है।
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एनडीए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को उम्मीदवार के चयन का जिम्मा सौंपा है। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में पीएम मोदी, जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। नामांकन की अंतिम तारीख 21 अगस्त है। माना जा रहा है कि एनडीए उम्मीदवार 20 या 21 अगस्त को नामांकन दाखिल कर सकता है। यदि विपक्ष भी अपने उम्मीदवार की घोषणा करता है, तो 9 सितंबर को चुनाव होगा।
लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों से मिलकर बने निर्वाचक मंडल में एनडीए को स्पष्ट बहुमत प्राप्त है, जिसके चलते उसके उम्मीदवार की जीत लगभग तय मानी जा रही है। सूत्रों के अनुसार, बीजेपी का उम्मीदवार ऐसा नेता हो सकता है, जिसकी विचारधारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से गहरी जुड़ी हो। चर्चा में कई नाम शामिल हैं, जैसे राजनाथ सिंह, निर्मला सीतारमण, और कुछ राज्यपाल जैसे मनोज सिन्हा या सी.पी. राधाकृष्णन। साथ ही, टीडीपी या जेडीयू जैसे सहयोगी दलों को यह पद देकर गठबंधन को मजबूत करने की रणनीति पर भी विचार हो सकता है।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद विपक्ष ने कई सवाल उठाए हैं, जिसमें कुछ नेताओं ने उनके इस्ती Anybody को मजबूरी का परिणाम बताया है। हालांकि, बीजेपी ने स्पष्ट किया है कि उम्मीदवार का चयन पारदर्शी और रणनीतिक होगा। इस बीच, एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी नामांकन प्रक्रिया में शामिल होंगे। संसद का मानसून सत्र 18 अगस्त से शुरू हो रहा है, जिसके पहले एनडीए सांसदों की बैठक भी हो सकती है।
यह चुनाव न केवल उपराष्ट्रपति पद के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि 2029 के राजनीतिक समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है। बीजेपी की रणनीति और उम्मीदवार का चयन सभी की नजरों में है।
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