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US-China Trade Deal: ट्रंप ने चीन के 100% टैरिफ में की कटौती, US-China ट्रेड डील पर शुरू होगी बातचीत, रेयर अर्थ मिनरल्स पर होगा फोकस?

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US-China Trade Deal

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 अमेरिका, 18 अक्टूबर 2025। US-China Trade Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार युद्ध को समाप्त करने की दिशा में बड़ा कदम उठाने का ऐलान किया है। 2025 के नवंबर चुनावों के बाद सत्ता संभालते ही ट्रंप ने कहा कि चीन पर लगाए गए 100% टैरिफ को धीरे-धीरे कम किया जाएगा, ताकि दोनों देशों के बीच नई ट्रेड डील हो सके। यह घोषणा व्हाइट हाउस प्रेस कॉन्फ्रेंस में की गई, जहां ट्रंप ने जोर देकर कहा, “हम चीन को दंडित नहीं करना चाहते, बल्कि फेयर ट्रेड सुनिश्चित करना चाहते हैं।”

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विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के साथ-साथ वैश्विक सप्लाई चेन को स्थिर करने का प्रयास है।ट्रंप प्रशासन के अनुसार, 2018 से चले आ रहे ट्रेड वॉर में अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर 25% से 100% तक टैरिफ लगाए थे, जिससे दोनों देशों को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ। अब, नई डील के तहत टैरिफ को 60% तक घटाने की योजना है, लेकिन बदले में चीन को अमेरिकी कृषि उत्पादों की खरीद बढ़ानी होगी।

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बातचीत की शुरुआत अगले महीने से होने की संभावना है, जिसमें वाशिंगटन और बीजिंग के बीच हाई-लेवल मीटिंग होगी। अमेरिकी वाणिज्य मंत्री रॉबर्ट लाइटहाइजर ने बताया कि डील में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और मार्केट एक्सेस जैसे मुद्दों पर फोकस रहेगा। खास चर्चा का विषय बनेगा रेयर अर्थ मिनरल्स (REE)। चीन दुनिया के 80% रेयर अर्थ मिनरल्स का उत्पादक है, जो इलेक्ट्रिक वाहन, स्मार्टफोन और डिफेंस टेक्नोलॉजी के लिए जरूरी हैं।

ट्रंप ने कहा, “चीन की एकाधिकार को तोड़ना हमारी प्राथमिकता है। हम डील में REE सप्लाई चेन को डाइवर्सिफाई करने पर जोर देंगे।” अमेरिका ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के साथ वैकल्पिक स्रोत विकसित कर रहा है, लेकिन चीन से सस्ती सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए समझौता आवश्यक है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर REE पर सहमति बनी, तो ग्लोबल टेक इंडस्ट्री को राहत मिलेगी, लेकिन अमेरिकी कंपनियां जैसे टेस्ला और ऐपल को फायदा होगा। यह डील अमेरिका-चीन संबंधों में नया दौर ला सकती है, लेकिन चुनौतियां बरकरार हैं।

चीन के विदेश मंत्रालय ने सतर्क प्रतिक्रिया दी, “हम फेयर टर्म्स पर बात करने को तैयार हैं, लेकिन अमेरिकी आक्रामकता स्वीकार्य नहीं।” अर्थशास्त्रियों के अनुसार, टैरिफ कटौती से अमेरिकी उपभोक्ताओं को 500 बिलियन डॉलर की बचत हो सकती है। ट्रंप का यह फैसला 2026 मिडटर्म इलेक्शंस से पहले पॉपुलर साबित हो सकता है। कुल मिलाकर, यह ट्रेड वॉर के अंत की शुरुआत लग रही है, जो वैश्विक अर्थव्यवस्था को गति देगी। रेयर अर्थ मिनरल्स पर बातचीत सफल हुई तो टेक्नोलॉजी क्रांति को नया बल मिलेगा।

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