लखनऊ, 17 नवंबर 2025। UP SIR: बिहार चुनाव की हलचल के बाद उत्तर प्रदेश में अब वोटर लिस्ट को चाक-चौबंद करने की कवायद जोरों पर है। आगामी पंचायत और विधानसभा चुनावों से पूर्व स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) प्रक्रिया के तहत पूरे प्रदेश में मतदाता सूची को शुद्ध करने का अभियान चल रहा है। इस प्रक्रिया में SIR फॉर्म भरवाए जा रहे हैं, ताकि ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में कोई त्रुटि न रहे। इसी कड़ी में देश के रक्षा मंत्री एवं लखनऊ से सांसद राजनाथ सिंह ने भी अपना SIR फॉर्म भर दिया है।
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उन्होंने फॉर्म को सदर एसडीएम मनोज सिंह को सौंप दिया, जो आगे की कार्रवाई के लिए जिम्मेदार हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह रविवार को लखनऊ पहुंचे थे और उन्होंने कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में शिरकत की। उनका यह दौरा कई मायनों में अहम है, खासकर जब यूपी में SIR अभियान चरम पर है। लखनऊ में भी इस प्रक्रिया को तेजी से लागू किया जा रहा है।
राजनाथ सिंह लखनऊ से सांसद हैं और उनका मताधिकार भी इसी शहर से जुड़ा है। नगर निगम, विधानसभा तथा लोकसभा चुनावों में वोट डालने के लिए वे नियमित रूप से लखनऊ आते हैं, इसलिए, SIR प्रक्रिया के दायरे में आकर उन्होंने अपना फॉर्म भरना उचित समझा। फॉर्म भरते समय एसडीएम सदर मनोज सिंह उनके साथ मौजूद रहे, जिससे प्रक्रिया की पारदर्शिता का संदेश मिला।
उधर, यूपी में SIR को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है। पार्टी ने मांग की है कि प्रदेश के 15 करोड़ 44 लाख 30 हजार 92 मतदाताओं को शीघ्र गणना प्रपत्र (एफॉर्म-6) उपलब्ध कराए जाएं। इससे वोटर समय रहते फॉर्म भर सकें और उनका नाम 9 दिसंबर को जारी होने वाली ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में शामिल हो सके।
एसपी का कहना है कि, देरी से लाखों वोटरों का नाम कट सकता है, जो लोकतंत्र के लिए घातक होगा। चुनाव आयोग ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं। प्रदेश की 403 विधानसभा क्षेत्रों के 1 लाख 62 हजार 486 पोलिंग स्टेशनों पर 4 नवंबर से 4 दिसंबर तक BLO (बूथ लेवल ऑफिसर) मतदाताओं को गणना प्रपत्र वितरित करेंगे और भरे हुए फॉर्म वापस लेंगे।
ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन 9 दिसंबर को होगा, जबकि अंतिम सूची 7 फरवरी 2026 को जारी की जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अपील की है कि मृत्यु हो चुके मतदाताओं या स्थायी रूप से स्थानांतरित हो चुके लोगों के परिवार BLO को सूचना दें। इससे सूची को अपडेट किया जा सकेगा। उनका मानना है कि सभी वोटरों की सजगता से ही त्रुटिरहित वोटर लिस्ट तैयार होगी, जो निष्पक्ष चुनाव की आधारशिला बनेगी। यह प्रक्रिया न केवल वोटर लिस्ट को मजबूत करेगी, बल्कि चुनावी धांधली की गुंजाइश को भी कम करेगी।
राजनाथ सिंह जैसे बड़े नेता का फॉर्म भरना आम जनता के लिए प्रेरणा स्रोत है। यूपी सरकार और चुनाव आयोग की इस पहल से उम्मीद है कि आगामी चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष होंगे। विपक्ष की मांगों पर भी ध्यान देकर प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाया जाना चाहिए। कुल मिलाकर, SIR अभियान यूपी की राजनीति को नई दिशा दे रहा है।
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