लखनऊ, 27 अक्टूबर 2025। UP MLC Elections: उत्तर प्रदेश विधान परिषद में 11 महत्वपूर्ण MLC सीटों पर अगले साल चुनाव होने हैं। इनमें शिक्षक और स्नातक वर्ग की सीटें शामिल हैं, जिनकी तैयारी अभी से जोरों पर है। समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने कई सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं, जबकि भाजपा में टिकट की दौड़ तेज हो चुकी है। इस बार कांग्रेस की सक्रियता चुनाव को रोचक बना रही है, जो पारंपरिक रूप से इन चुनावों में कमजोर रही है।
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चुनावी क्षेत्रों में गाजियाबाद-मेरठ, बरेली-मुरादाबाद, गोरखपुर-फैजाबाद, आगरा-अलीगढ़, लखनऊ-सीतापुर, वाराणसी-मीरजापुर और झांसी-प्रयागराज शामिल हैं। शिक्षक सीटों पर गाजियाबाद-मेरठ, बरेली-मुरादाबाद, गोरखपुर-फैजाबाद, आगरा-अलीगढ़, लखनऊ-सीतापुर और वाराणसी-मीरजापुर में मतदान होगा। वहीं स्नातक सीटें मेरठ-गाजियाबाद, आगरा-अलीगढ़, लखनऊ-सीतापुर, वाराणसी-मीरजापुर, झांसी-प्रयागराज में हैं।
वर्तमान में कई सीटों पर भाजपा और सपा का कब्जा है। उदाहरणस्वरूप, मेरठ-गाजियाबाद शिक्षक सीट पर भाजपा के श्रीचंद शर्मा और स्नातक पर दिनेश कुमार गोयल एमएलसी हैं। बरेली-मुरादाबाद शिक्षक सीट पर भाजपा के हरि सिंह ढिल्लो हैं। आगरा-अलीगढ़ शिक्षक सीट से निर्दलीय आकाश अग्रवाल और स्नातक से भाजपा के मानवेंद्र सिंह एमएलसी हैं। लखनऊ-सीतापुर शिक्षक पर भाजपा समर्थित उमेश द्विवेदी और स्नातक पर अवनीश सिंह हैं।
गोरखपुर-फैजाबाद शिक्षक सीट पर ध्रुव त्रिपाठी (शिक्षक दल) और वाराणसी-मीरजापुर में सपा के लाल बिहारी यादव (शिक्षक) व आशुतोष सिन्हा (स्नातक) काबिज हैं। झांसी-प्रयागराज स्नातक सीट पर सपा के मान सिंह यादव हैं। सपा ने जल्दबाजी में अधिकांश सीटों पर उम्मीदवार उतार दिए। आगरा-अलीगढ़ शिक्षक पर डॉ. चंद्र प्रकाश गुप्ता और स्नातक पर शशांक यादव को टिकट मिला।
मेरठ-गाजियाबाद स्नातक पर प्रमेद्र भाटी और शिक्षक पर नितिन तोमर को चुना गया। बरेली-मुरादाबाद शिक्षक पर हाजी मोहम्मद दानिश अली अख्तर मैदान में हैं। झांसी-प्रयागराज स्नातक पर वर्तमान एमएलसी मान सिंह यादव को दोबारा मौका दिया गया। वाराणसी-मीरजापुर दोनों सीटों पर लाल बिहारी यादव और आशुतोष सिन्हा को ही टिकट। लखनऊ-सीतापुर स्नातक पर कांति सिंह और शिक्षक पर सुशील सिंह को चुना। कांग्रेस इस बार गंभीर मोड में है।
मेरठ-गाजियाबाद स्नातक पर विक्रांत वशिष्ठ त्यागी को उतारा गया। वाराणसी-मीरजापुर स्नातक पर अरविंद सिंह पटेल (अजय राय के करीबी) और शिक्षक पर संजय प्रियदर्शी। लखनऊ से देवमणि त्रिपाठी (प्रमोद तिवारी व केएल शर्मा के नजदीकी, कई संस्थान संचालक) को टिकट मिला। यह बदलाव कांग्रेस को मजबूत आधार दे सकता है। भाजपा ने नाम घोषित नहीं किए, लेकिन दावेदारों की भरमार है। लखनऊ से उमेश द्विवेदी व डॉ. महेंद्र नाथ राय। प्रयागराज से अशोक राठौर, यज्ञदत्त शर्मा, मलय शर्मा व सुरेश त्रिपाठी।
गोरखपुर से ध्रुव त्रिपाठी, अजय सिंह व संजय त्रिपाठी। मेरठ शिक्षक पर श्रीचंद शर्मा मजबूत, आगरा से आकाश अग्रवाल व दिनेश वशिष्ठ। बरेली से संजय मिश्रा व हरि सिंह ढिल्लो। वाराणसी से चेतनारायण सिंह (निर्दलीय एमएलसी), रमेश सिंह, राना प्रताप सिंह और स्नातक पर संजय सिंह (ब्रजभूषण शरण सिंह के करीबी)। ये चुनाव विधान परिषद की संरचना बदल सकते हैं। पार्टियां ग्रामीण-शहरी वोट बैंक पर नजरें गड़ाए हैं। एक साल की तैयारी से सियासी समीकरण उलट-पुलट हो सकते हैं।
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