लखनऊ, 11 अगस्त 2025। UP Assembly Monsoon Session: उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 11 अगस्त, 2025 को शुरू हुआ, लेकिन सत्र का पहला दिन विपक्षी दलों, खासकर समाजवादी पार्टी (सपा) के हंगामे की भेंट चढ़ गया। सत्र शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों, जैसे बेरोजगारी, महंगाई और कानून-व्यवस्था को लेकर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। इस हंगामे के कारण विधानसभा की कार्यवाही बार-बार बाधित हुई और कई बार स्थगित करनी पड़ी।
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सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली, जिससे सदन में कोई सार्थक चर्चा नहीं हो सकी।वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने समाजवादी पार्टी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सपा का रवैया लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने वाला है और वह जानबूझकर सदन को चलने नहीं देना चाहती। खन्ना ने आरोप लगाया कि विपक्ष महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा से बच रहा है और केवल हंगामा करके जनता का ध्यान भटकाना चाहता है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार कई अहम विधेयकों और नीतियों पर चर्चा के लिए तैयार थी, लेकिन विपक्ष के अड़ियल रवैये ने सत्र के पहले दिन को बर्बाद कर दिया।सदन में सपा के नेताओं ने अपने पक्ष में तर्क देते हुए कहा कि जनता से जुड़े ज्वलंत मुद्दों को उठाना उनका अधिकार है। उन्होंने सरकार पर इन मुद्दों को दबाने और सदन में चर्चा से भागने का आरोप लगाया। हालांकि, हंगामे के बीच कई विधायकों ने आपत्तिजनक टिप्पणियां भी कीं, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
इस हंगामे के चलते कई महत्वपूर्ण विधायी कार्य, जैसे बजट चर्चा और नीतिगत प्रस्ताव, पहले दिन शुरू नहीं हो सके। विधानसभा अध्यक्ष ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन स्थिति अनियंत्रित रही। सत्र के बाकी दिनों में कार्यवाही सुचारू रूप से चलाने के लिए सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच सहमति बनाने की कोशिशें जारी हैं। जनता और राजनीतिक विश्लेषकों की नजर अब इस बात पर है कि क्या अगले दिनों में सत्र सुचारू रूप से चल पाएगा या हंगामा जारी रहेगा।
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