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Thyroid Cancer: दुनिया में तेजी से बढ़े रहे थॉयराइड कैंसर मामले, महिलाओं को बना रहा शिकार

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Thyroid Cancer

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नई दिल्ली, 20 नवबंर। Thyroid Cancer: थॉयराइड कैंसर, जो गर्दन के तितली जैसे थॉयराइड ग्रंथि में होता है, आज दुनिया भर में चिंता का विषय बन गया है। यह ग्रंथि मेटाबॉलिज्म, हृदय गति और वजन को नियंत्रित करने वाले हार्मोन पैदा करती है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, थॉयराइड कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, खासकर महिलाओं में। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी के अनुमान से 2025 में अमेरिका में ही 43,720 नए मामले सामने आ सकते हैं।

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वैश्विक स्तर पर, ग्लोबोकैन 2022 डेटा के आधार पर, यह महिलाओं में पांचवां सबसे आम कैंसर है, जिसमें 586,202 नए मामले और 43,646 मौतें हुईं। लेकिन सवाल यह है, कि क्या यह बीमारी लाइलाज है? नहीं, ज्यादातर मामलों में यह पूरी तरह इलाज योग्य है, खासकर शुरुआती चरणों में। क्यों बढ़ रहे हैं थॉयराइड कैंसर के मामले? पिछले दशकों में थॉयराइड कैंसर की घटनाएं तिगुनी हो गई हैं।

अमेरिका में 1980 से 2016 तक पुरुषों में 2.39 से 7.54 प्रति 1,00,000 और महिलाओं में 6.15 से 21.28 प्रति 1,00,000 हो गईं। वैश्विक स्तर पर, 1990 से 2021 तक किशोरों और युवाओं में बोझ बढ़ा है, और 2050 तक घटना दर 4.33 प्रति 1,00,000 तक पहुंच सकती है।

मुख्य कारण: ओवरडायग्नोसिस (अधिक निदान): अल्ट्रासाउंड और फाइन-नीडल एस्पिरेशन जैसी उन्नत जांचों से छोटे, धीमी गति वाले ट्यूमर (जैसे पापिलरी थॉयराइड कैंसर) पकड़े जा रहे हैं, जो कभी लक्षण न दिखाते। दक्षिण कोरिया में स्क्रीनिंग प्रोग्राम से मामले 15 गुना बढ़े।

सच्ची वृद्धि: पर्यावरणीय कारक जैसे रेडिएशन एक्सपोजर (चर्नोबिल जैसी घटनाओं से), मोटापा, डायबिटीज, आहार में बदलाव (आयोडीन की कमी या अधिकता) और जीवनशैली। उच्च आय वाले देशों में 91% मामले हैं, लेकिन निम्न-मध्यम आय वाले क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा है। महिलाओं में पुरुषों से तीन गुना ज्यादा मामले, संभवतः हार्मोनल कारणों से।

मृत्यु दर स्थिर या कम है, जो दर्शाता है कि ज्यादातर मामले हानिरहित हैं, लेकिन ओवरडायग्नोसिस से अनावश्यक सर्जरी हो रही, जो वोकल कॉर्ड पैरालिसिस या अन्य कैंसर का जोखिम बढ़ा सकती है।क्या थॉयराइड कैंसर लाइलाज है? नहीं, यह सबसे इलाज योग्य कैंसरों में से एक है। 98% से अधिक मामलों में 5-वर्षीय उत्तरजीविता दर है, खासकर लोकलाइज्ड स्टेज में। मुख्य प्रकार पापिलरी (80%) और फॉलिकुलर हैं, जो सर्जरी से ठीक हो जाते हैं।

उपचार विकल्प

 सर्जरी: थॉयराइडेक्टॉमी (ग्रंथि हटाना), छोटे ट्यूमर के लिए लोबेक्टॉमी पर्याप्त।
रेडियोएक्टिव आयोडीन (RAI): अवशेष कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए।
हार्मोन थेरेपी: थायरॉक्सिन दवाएं, जो कैंसर की पुनरावृत्ति रोकती हैं।
उन्नत चरणों में: टारगेटेड थेरेपी या कीमोथेरेपी, लेकिन दुर्लभ।

प्रारंभिक निदान से पूर्ण रेमिशन संभव है। हालांकि, उन्नत मेटास्टेटिक मामलों में चुनौतियां हैं, लेकिन नई थेरेपीज से सफलता दर बढ़ रही है।

रोकथाम और सलाह

नियमित स्क्रीनिंग से बचें। यदि कोई लक्षण न हो, क्योंकि ओवरडायग्नोसिस हानिकारक हो सकता है। स्वस्थ वजन बनाए रखें, रेडिएशन से दूर रहें, संतुलित आहार लें। लक्षण जैसे गर्दन में सूजन, आवाज में बदलाव या निगलने में कठिनाई पर डॉक्टर से संपर्क करें। वैश्विक स्तर पर, स्वास्थ्य नीतियां ओवरडायग्नोसिस रोकने और समान पहुंच सुनिश्चित करने पर फोकस करें। थॉयराइड कैंसर भयावह नहीं, बल्कि प्रबंधनीय है—जागरूकता ही कुंजी है।

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