महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी शहर से एक ऐसी बहादुरी भरी घटना सामने आई है, जिसने सभी को चौंका दिया है। यहां एक स्कूली छात्रा ने हिम्मत और होशियारी से न सिर्फ खुद को अगवा होने से बचाया, बल्कि पुलिस को आरोपियों तक पहुंचाने में भी मदद की। यह पूरी घटना भिवंडी के शांतिनगर इलाके की है, जहां नवजीवन हाई स्कूल की छात्रा ने अपनी सतर्कता से अपहरण की साजिश को नाकाम कर दिया।
ऑटो रिक्शा में बैठी, लेकिन कुछ तो गड़बड़ थी…
दरअसल, छात्रा रोज की तरह उस दिन भी स्कूल जाने निकली थी, लेकिन थोड़ी देर हो जाने के कारण उसने रामनगर स्थित साईबाबा मंदिर के पास से एक ऑटो रिक्शा लिया। शुरुआत में सब सामान्य लग रहा था, लेकिन जब छात्रा ने स्कूल के पास पहुंचकर रिक्शा रुकवाने की कोशिश की, तो चालक ने रुकने से मना कर दिया और रिक्शा तेज़ी से आगे बढ़ाता रहा।
छात्रा को तभी अहसास हो गया कि कुछ गलत हो रहा है। लेकिन घबराने की बजाय, उसने फौरन अपने स्कूल बैग से कंपास बॉक्स में रखा कटर निकाला और ऑटो चालक पर हमला कर दिया। छात्रा का यह अप्रत्याशित जवाब देखकर चालक घबरा गया और रिक्शा धीरे करने लगा। इसी बीच, मौका पाकर छात्रा चलती गाड़ी से कूद गई और सीधे दौड़कर अपने स्कूल पहुंच गई।
स्कूल में दी जानकारी, पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
स्कूल पहुंचकर छात्रा ने तुरंत अपने शिक्षकों और परिजनों को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। छात्रा की बात सुनते ही परिजनों ने बिना समय गंवाए शांतिनगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रिक्शा चालक को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, उस वक्त ऑटो में मौजूद एक और व्यक्ति की तलाश जारी है।
पुलिस ने की छात्रा की तारीफ
शांतिनगर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विनायक गायकवाड़ ने छात्रा की सूझबूझ और साहस की सराहना करते हुए कहा कि उसकी सतर्कता ने एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया। उन्होंने बताया कि आरोपी से पूछताछ जारी है और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
समाज के लिए मिसाल बनी यह छात्रा
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि जागरूकता और साहस से किसी भी संकट का सामना किया जा सकता है। यह छात्रा ना केवल अपनी जान बचाने में कामयाब रही, बल्कि उसने बाकी बच्चों और अभिभावकों के लिए भी एक प्रेरणादायक मिसाल पेश की है।
ठाणे की यह बहादुर बेटी आज सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बनी हुई है, और हर कोई उसकी दिलेरी को सलाम कर रहा है।