मुंबई, 20 अगस्त 2025। Stock Market: आज भारतीय शेयर बाजार में मंदी का माहौल रहा, क्योंकि वैश्विक और घरेलू कारकों ने निवेशकों का भरोसा डगमगाया। बुधवार, 20 अगस्त 2025 को शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 112 अंक यानी 0.14% की गिरावट के साथ 81,531 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई निफ्टी भी 41 अंक या 0.16% टूटकर 24,939 पर आ गया। यह गिरावट वैश्विक बाजारों में मिले-जुले संकेतों, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली और कॉरपोरेट आय की कमजोर उम्मीदों के कारण देखी गई।
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बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया, जिसमें वित्तीय और तकनीकी क्षेत्र के शेयरों पर सबसे ज्यादा दबाव रहा। कोटक महिंद्रा बैंक और अल्ट्राटेक सीमेंट जैसे शेयर शीर्ष नुकसानदाताओं में शामिल रहे। बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितता और कमजोर तिमाही नतीजों ने बाजार की धारणा को प्रभावित किया। इसके अलावा, रुपये की कमजोरी (87.10 प्रति डॉलर के करीब) ने भी निवेशकों की चिंता बढ़ाई।
हालांकि, कुछ क्षेत्रों में सकारात्मक रुझान भी दिखा। सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र ने बाजार को कुछ हद तक संभाला, जबकि वित्तीय शेयरों ने नकारात्मक रुझान दिखाया। विशेषज्ञों का कहना है कि निफ्टी के लिए 25,000 का स्तर महत्वपूर्ण समर्थन स्तर था, जिसके टूटने से और कमजोरी की आशंका बढ़ गई है। तकनीकी विश्लेषकों ने सुझाव दिया कि निफ्टी 24,800-24,735 के बीच स्थिरता तलाश सकता है, लेकिन 24,500 के नीचे जाने पर और गिरावट संभव है।
निवेशकों की संपत्ति में भी कमी देखी गई, क्योंकि बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण मामूली रूप से कम हुआ। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी दबाव में रहे, जो व्यापक बिकवाली को दर्शाता है। बाजार की अस्थिरता को दर्शाने वाला इंडिया वीआईएक्स सूचकांक भी बढ़ा, जो निवेशकों में बढ़ती घबराहट का संकेत है।विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में अभी कुछ समय तक उतार-चढ़ाव बना रह सकता है। निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे जोखिम प्रबंधन पर ध्यान दें और चुनिंदा शेयरों में निवेश करें। बाजार की नजर अब तिमाही नतीजों और वैश्विक व्यापार नीतियों पर टिकी है, जो भविष्य में दिशा तय करेंगे।
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