मेरठ, 28 अगस्त 2025। Sports Industry: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई टैरिफ नीति ने भारत के मेरठ, जिसे ‘स्पोर्ट्स सिटी’ के नाम से जाना जाता है, की खेल सामान उद्योग को गहरे संकट में डाल दिया है। ट्रंप प्रशासन द्वारा भारत से आयात पर 50% तक टैरिफ लागू करने के फैसले ने मेरठ के खेल सामान निर्यात को झटका दिया है। उद्योग विशेषज्ञों का अनुमान है कि मेरठ के कुल निर्यात का 21-25% प्रभावित हो सकता है, जिससे रोजगार पर भी खतरा मंडरा रहा है। मेरठ, जो क्रिकेट बैट, हॉकी स्टिक, जिम उपकरण, टेबल टेनिस सामान और स्पोर्ट्स वियर के लिए प्रसिद्ध है, अब अपने कारोबार को बचाने के लिए नए बाजार तलाश रहा है।
करोड़ों के ऑर्डर होल्ड, बढ़ रही बेचैनी
मेरठ की खेल सामान कंपनियों के मुताबिक, अमेरिका के लिए तैयार 50-100 करोड़ रुपये के ऑर्डर फिलहाल होल्ड पर हैं। मशहूर कंपनी नेल्को इंडिया समेत कई निर्माताओं के स्टोर में सामान जमा हो रहा है। पहले 27% टैरिफ को हाल ही में 1% कम किया गया, लेकिन उद्यमियों का कहना है कि इससे कोई खास राहत नहीं मिलेगी। टैरिफ के कारण अमेरिकी बाजार में भारतीय खेल सामान की कीमतें बढ़ रही हैं, जिससे मांग में कमी आ रही है।
मेरठ की 20 से अधिक कंपनियां 100 से ज्यादा देशों में निर्यात करती हैं, लेकिन अमेरिका उनका प्रमुख बाजार है। इस स्थिति ने छोटे और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को विशेष रूप से प्रभावित किया है, जो इस उद्योग की रीढ़ हैं।
नए बाजारों की तलाश और भविष्य की रणनीति
मेरठ के कारोबारी अब यूरोप, दक्षिण-पूर्व एशिया और अन्य उभरते बाजारों की ओर रुख कर रहे हैं। भारत सरकार ने भी प्रभावित क्षेत्रों के लिए वित्तीय सहायता और निर्यात विविधीकरण की योजनाएं शुरू की हैं। हालांकि, नए बाजारों में पैठ बनाना आसान नहीं है, क्योंकि मेरठ के उत्पादों ने कड़ी मेहनत से वैश्विक पहचान बनाई है। उद्यमी टैरिफ हटाने की मांग कर रहे हैं, ताकि अमेरिकी बाजार में उनकी प्रतिस्पर्धा बरकरार रहे। यदि यह स्थिति बनी रही, तो मेरठ में हजारों नौकरियां खतरे में पड़ सकती हैं।
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