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लखनऊ से दिल्ली तक चर्चा, शशि प्रकाश गोयल को क्यों सौंपी गई यूपी की बागडोर?
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शशि प्रकाश गोयल बने उत्तर प्रदेश के नए मुख्य सचिव
लखनऊ, 1 अगस्त 2025। उत्तर प्रदेश की नौकरशाही में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी शशि प्रकाश गोयल (एसपी गोयल) को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। 1989 बैच के इस अधिकारी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सबसे करीबी और भरोसेमंद माना जाता है।
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गोयल ने गुरुवार, 31 जुलाई को अपना कार्यभार संभाल लिया और उनकी नियुक्ति ने लखनऊ से लेकर दिल्ली तक चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया है। पिछले मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह का कार्यकाल 31 जुलाई को समाप्त हुआ। योगी सरकार ने उनके लिए एक साल के सेवा विस्तार की मांग केंद्र सरकार से की थी लेकिन केंद्र की मंजूरी न मिलने के बाद गोयल को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई। गोयल, जो अब तक मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव के रूप में कार्यरत थे, लंबे समय से योगी सरकार के प्रमुख नीति-निर्माण और प्रशासनिक फैसलों में अहम भूमिका निभा रहे थे।
लखनऊ से गहरा नाता
शशि प्रकाश गोयल का जन्म और पालन-पोषण लखनऊ में हुआ। शहर के साथ उनका गहरा भावनात्मक जुड़ाव है, जो उनकी कार्यशैली में भी झलकता है। स्थानीय मुद्दों की गहरी समझ और प्रशासनिक कुशलता ने उन्हें योगी सरकार की पहली पसंद बनाया। गोयल ने सिविल एविएशन, इस्टेट, प्रोटोकॉल जैसे महत्वपूर्ण विभागों का नेतृत्व किया और मुख्यमंत्री कार्यालय में रहते हुए कई नीतिगत फैसलों को अमलीजामा पहनाया।
योगी सरकार की प्राथमिकताओं पर फोकस
कार्यभार ग्रहण करने के बाद गोयल ने कहा, “मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हमारी प्राथमिकता ‘जीरो टॉलरेंस’ और ‘जीरो करप्शन’ की नीति को और मजबूत करना, औद्योगिक विकास को गति देना, और आर्थिक प्रगति को धरातल पर उतारना है।” उनकी यह टिप्पणी दर्शाती है कि गोयल योगी सरकार के विजन को और तेजी से लागू करने के लिए तैयार हैं।
इन प्रमुख प्रोजेक्ट्स पर नजर
उत्तर प्रदेश में जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट, गंगा एक्सप्रेसवे, और डेटा सेंटर जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स प्रगति पर हैं। गोयल की नई भूमिका में इन परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने और विभागों के बीच समन्वय स्थापित करने की बड़ी जिम्मेदारी होगी। उनकी कम बोलने और ज्यादा काम करने की शैली उन्हें एक प्रभावी प्रशासक बनाती है।
नौकरशाही में नया जोश
गोयल की नियुक्ति को नौकरशाही में नए जोश का संकेत माना जा रहा है। उनके अनुभव और योगी के साथ उनके मजबूत रिश्ते को देखते हुए माना जा रहा है कि वे प्रशासन को और चुस्त-दुरुस्त करेंगे। साथ ही, उनकी लखनऊ से स्थानीय जड़ें उन्हें जनता के मुद्दों को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगी।गोयल का कार्यकाल जनवरी 2027 तक रहेगा और इस दौरान उनकी निगरानी में उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक और विकासात्मक गतिविधियों पर पूरे देश की नजर रहेगी।
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