लखनऊ, 28 सितंबर 2025। Share Trading Scam: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर एक सनसनीखेज घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। एक पूर्व सहकर्मी ने विश्वास का फायदा उठाकर सशस्त्र सीमा बल (SSB) के जवानों समेत 10 निर्दोष लोगों को शिकार बनाया और कुल 92.48 लाख रुपये की ठगी की। यह मामला साइबर क्राइम की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर करता है, जहां परिचितों का भरोसा ही अपराधियों का सबसे बड़ा हथियार बन जाता है।
लखनऊ पुलिस की साइबर सेल ने आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, और पीड़ितों को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है। घोटाले का खुलासा तब हुआ जब एक SSB जवान ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस थाने पहुंचा। पीड़ित जवान ने बताया कि आरोपी, जो उनका पूर्व सहकर्मी था, ने खुद को स्टॉक मार्केट एक्सपर्ट बताते हुए शेयर ट्रेडिंग में ‘गारंटीड हाई रिटर्न’ का लालच दिया। आरोपी ने व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर पीड़ितों को जोड़ा और फर्जी ऐप के जरिए निवेश का झांसा दिया। शुरुआत में छोटी रकम निवेश करने पर कुछ ‘प्रॉफिट’ दिखाकर विश्वास जीता, लेकिन बाद में बड़ी राशि मांगकर गायब हो गया।
कुल 10 पीड़ितों में से चार SSB जवान थे, जो अपनी सीमापार ड्यूटी के बाद सेवानिवृत्ति के भविष्य के लिए पैसे निवेश करने को तैयार हो गए। बाकी पीड़ित शहर के विभिन्न इलाकों के सामान्य नागरिक थे, जिन्हें आरोपी ने पुराने रिश्तों के नाम पर फंसाया। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ने फर्जी वेबसाइट और ऐप का इस्तेमाल किया, जो सेबी रजिस्टर्ड कंपनियों की नकल थे। उसने पीड़ितों को ‘इंट्राडे ट्रेडिंग’ और ‘IPO निवेश’ के नाम पर पैसे ट्रांसफर करवाए। एक पीड़ित ने बताया, “वह हमारा पुराना सहकर्मी था, इसलिए बिना सोचे-समझे 15 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब प्रॉफिट नहीं आया, तो बहाने बनाने लगा।”
SSB जवानों का शिकार होना खास तौर पर दर्दनाक है, क्योंकि वे देश की सेवा में लगे रहते हैं और आर्थिक सलाह पर भरोसा कर लेते हैं। कुल 92.48 लाख में से 40 लाख SSB जवानों के थे, जबकि बाकी अन्य पीड़ितों के। आरोपी ने पैसे दिल्ली और मुंबई के फर्जी अकाउंट्स में ट्रांसफर कर लिए, और अब फरार है। लखनऊ के एसएसपी ने बताया कि साइबर सेल की टीम आरोपी के बैंक ट्रांजेक्शन और मोबाइल लोकेशन ट्रैक कर रही है। “यह केस साइबर फ्रॉड का क्लासिक उदाहरण है। हम पीड़ितों को उनके पैसे वापस दिलाने के लिए सीबीआई स्तर की जांच करवा सकते हैं,” उन्होंने कहा। विशेषज्ञों का मानना है कि शेयर ट्रेडिंग घोटाले में 70% मामले परिचितों के जरिए ही होते हैं।
साइबर क्राइम विशेषज्ञ ने सलाह दी, “कभी भी अनजान ऐप डाउनलोड न करें, और निवेश से पहले सेबी वेबसाइट चेक करें।” हाल ही में यूपी में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जैसे प्रयागराज में 19 लाख की ठगी और लखनऊ में 1.12 करोड़ का फ्रॉड। यह घटना न केवल आर्थिक नुकसान का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक विश्वास पर भी सवाल खड़े करती है। SSB जैसे केंद्रीय बल के जवानों का शिकार होना राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी असर डाल सकता है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि संदिग्ध कॉल या मैसेज पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर संपर्क करें।
आरोपी की गिरफ्तारी के बाद पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश संभव है, जो अन्य संभावित ठगियों को रोक सकता है। पीड़ित परिवार न्याय की उम्मीद में हैं, लेकिन यह केस सतर्कता की सीख देता है। यूपी सरकार ने साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई यूनिट्स गठित की हैं, जो ऐसे अपराधों पर नकेल कसेंगी।
इसे भी पढ़ें- Lucknow Land Scam: लखनऊ भूखंड घोटाले से जुड़ा अंबी विष्ट का नाम, जानें कौन हैं और मुलायम के परिवार से क्या रिश्ता है