मेरठ, 28 सितंबर 2025। Saurabh Rajput Murder Case: उत्तर प्रदेश के मेरठ में सनसनी फैलाने वाले नीले ड्रम हत्याकांड के मुख्य आरोपी मुस्कान रस्तोगी और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला ने जेल से बाहर निकलने के लिए नया रणनीतिक प्लान तैयार किया है। जेल में बंद इस जोड़े ने अब प्राइवेट वकील की मदद से हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर करने का फैसला लिया है। खासकर पांच माह की गर्भवती मुस्कान की तरफ से यह कदम उठाया जा रहा है, जिसे ‘प्लान B’ के तौर पर देखा जा रहा है।
पहले सरकारी वकील पर निर्भर इस जोड़े को लगता है कि प्राइवेट लीगल एक्सपर्ट ही उनके केस को मजबूती दे सकते हैं। यह कांड मार्च 2025 में तब सुर्खियों में आया जब मुस्कान ने अपने पति सौरभ राजपूत की निर्मम हत्या कर उसके शव को टुकड़ों में काटा और नीले ड्रम में सीमेंट के घोल से भर दिया। सौरभ, जो मर्चेंट नेवी ऑफिसर थे, की हत्या का कारण मुस्कान का साहिल के साथ अवैध संबंध बताया गया। दोनों ने हत्या के बाद शिमला भागने की कोशिश की, लेकिन वायरल वीडियो और सबूतों के आधार पर गिरफ्तार हो गए।
जिला कोर्ट में हत्या और साक्ष्य छिपाने के आरोप तय हो चुके हैं, और सात गवाहों की जांच पूरी हो चुकी है। अभियोजन पक्ष का केस मजबूत दिख रहा है, लेकिन आरोपी पक्ष अब हाईकोर्ट का रुख कर रहा है। जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के अनुसार, साहिल के परिजन सक्रिय हैं। वे नियमित रूप से जेल आते हैं और प्राइवेट वकील का इंतजाम कर रहे हैं। साहिल ने पहले सरकारी वकील की मांग की थी, लेकिन अब परिवार ने महंगे वकील को हायर करने का फैसला लिया है।
मुस्कान के परिवार ने अब तक कोई संपर्क नहीं किया, जिससे वह अकेली पड़ गई है। हाल ही में मुस्कान ने जेल प्रशासन से LLB सिलेबस मांगा था, ताकि खुद केस लड़ सके। 9वीं पास मुस्कान ने कहा, “कोई मेरा केस वैसा नहीं लड़ेगा, जैसा मैं चाहती हूं।” हालांकि, जेल में IGNOU से हाईस्कूल तक की पढ़ाई संभव है, लेकिन LLB जैसी डिग्री मुश्किल। मुस्कान की गर्भावस्था ने केस को नया मोड़ दिया है। सौरभ के परिवार ने डीएनए टेस्ट की मांग की है, ताकि बच्चे की पितृत्व साबित हो।
मुस्कान ने नवरात्रि व्रत रखकर जमानत की कामना की, जबकि साहिल ने भी उपवास किया। जेल में 850 कैदियों ने व्रत रखा, लेकिन इस जोड़े की हरकतें चर्चा का केंद्र बनीं। विशेषज्ञों का कहना है कि प्राइवेट वकील से जमानत मिलना कठिन है, क्योंकि सबूत मजबूत हैं। फिर भी, गर्भावस्था का हवाला देकर मुस्कान हाईकोर्ट में गुहार लगाएगी। यह मामला न केवल न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि महिलाओं के अपराधों में मानवीय पहलुओं को भी उजागर करता है। पुलिस ने जांच पूरी कर कोर्ट को सौंप दी है, लेकिन आरोपी पक्ष की नई रणनीति से सुनवाई में देरी हो सकती है। सौरभ के परिवार ने न्याय की मांग की है, जबकि आरोपी जेल से बाहर आने की जद्दोजहद में हैं। यदि जमानत मिली, तो यह केस एक नया ट्विस्ट ले सकता है।
इसे भी पढ़ें- Siyaram Murder Case: पुलिस पिटाई से भाजपा कार्यकर्ता की मौत, सीएम योगी ने दिए SIT जांच के आदेश