पुणे: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वीर सावरकर को लेकर उनके खिलाफ दर्ज मानहानि के मामले में शुक्रवार को पुणे की एक अदालत में खुद को निर्दोष बताया। यह मामला सत्यकी सावरकर, जो वीर सावरकर के भतीजे हैं, द्वारा अप्रैल 2023 में दर्ज किया गया था। सत्यकी ने आरोप लगाया है कि मार्च 2023 में लंदन में राहुल गांधी के भाषण के दौरान उन्होंने वीर सावरकर के खिलाफ गलत और अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिससे उनकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा है।
इस मामले में राहुल गांधी खुद अदालत में मौजूद नहीं थे, लेकिन उनके वकील मिलिंद पवार ने उनका पक्ष रखते हुए कहा कि राहुल गांधी आरोपों को अस्वीकार करते हैं और वे खुद को दोषी नहीं मानते। अदालत ने पूछताछ की कि क्या राहुल गांधी ने शिकायत और संबंधित दस्तावेजों की प्रतियां प्राप्त की हैं और क्या उन्होंने आरोपों को समझा है। इसके जवाब में वकील ने पुष्टि की। जब न्यायाधीश ने पूछा कि क्या वे खुद को दोषी मानते हैं, तो वकील ने साफ इनकार किया।
सत्यकी सावरकर के वकील संग्राम कोल्हटकर ने बताया कि अब राहुल गांधी के बयान दर्ज हो चुके हैं और मामले की सुनवाई आगे बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में अदालत अब दोनों पक्षों की दलीलों को सुनकर फैसला करेगी।
यह मामला राजनीतिक और सामाजिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि वीर सावरकर को लेकर देश में अलग-अलग तरह की भावनाएं जुड़ी हैं। राहुल गांधी और उनके समर्थक इसे राजनीतिक षडयंत्र भी मान रहे हैं, जबकि सत्यकी सावरकर का कहना है कि उनकी नाक के नीचे की गई टिप्पणी उनकी विरासत को ठेस पहुंचाती है।
आगे की सुनवाई कब होगी, इस पर सभी की नजरें बनी हुई हैं। अदालत में इस मामले की प्रक्रिया जारी रहेगी और दोनों पक्ष अपनी-अपनी दलीलें रखेंगे। जनता और राजनीतिक गलियारों में इस मामले को लेकर लगातार चर्चा चल रही है, जिसे लेकर आने वाले दिनों में और अधिक बात सामने आने की संभावना है।