नई दिल्ली, 29 सितंबर 2025। Rahul Death Threat: कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक कड़ा पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने बीजेपी प्रवक्ता प्रिंटू महादेव की ओर से लोकसभा विपक्ष नेता राहुल गांधी को दी गई जानलेवा धमकी की कड़ी निंदा की है। एक न्यूज चैनल पर लद्दाख हिंसा को लेकर हुई टीवी बहस के दौरान महादेव ने खुलेआम कहा, “राहुल गांधी को सीने में गोली मार दी जाएगी।” वेणुगोपाल ने इस बयान को “ठंडी, सोची-समझी और खौफनाक मौत की धमकी” करार दिया, जो न तो जुबान फिसलन है और न ही अतिशयोक्ति।
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उन्होंने इसे हिंसा भड़काने की बेशर्म कोशिश बताया, जो राहुल गांधी की जान को सीधा खतरा पैदा करता है। पत्र में वेणुगोपाल ने कहा कि सत्ताधारी दल के आधिकारिक प्रवक्ता का यह जहरीला बयान न केवल राहुल गांधी के जीवन को जोखिम में डालता है, बल्कि संविधान, कानून का राज और हर नागरिक को मिलने वाली बुनियादी सुरक्षा को भी कमजोर करता है। उन्होंने याद दिलाया कि राहुल गांधी की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाल रही केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) ने उनकी सुरक्षा संबंधी कई खतरे के बारे में पत्र लिखे हैं।
आश्चर्यजनक रूप से, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखा गया एक ऐसा ही पत्र रहस्यमय तरीके से मीडिया में लीक हो गया, जिससे इसके पीछे की मंशा पर गंभीर सवाल उठे हैं। इस पृष्ठभूमि में, बीजेपी प्रवक्ता की यह धमकी एक बड़ी, भयावह साजिश की ओर इशारा करती है, जो राहुल गांधी के खिलाफ हिंसा को जायज ठहराने का प्रयास है। वेणुगोपाल ने आगे आरोप लगाया कि बीजेपी से जुड़े या समर्थित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर राहुल गांधी को जान से मारने की धमकियां बार-बार सामने आ रही हैं। यह सब एक जानबूझकर तैयार की गई नफरत भरी माहौल का हिस्सा है, जो विपक्ष नेता को अंधाधुंध हिंसा का शिकार बनाने की कोशिश करता है।
उन्होंने शाह से स्पष्ट करने की मांग की कि उनकी पार्टी और सरकार का रुख क्या है? क्या वे आपराधिक धमकी, मौत की धमकियों और हिंसा की राजनीति का खुला समर्थन करते हैं, जो भारत के सार्वजनिक जीवन में जहर घोल रही है? वेणुगोपाल ने तत्काल, निर्णायक और सार्वजनिक कार्रवाई की मांग की, ताकि राज्य पुलिस द्वारा न्याय त्वरित, दृश्यमान और कठोर हो।उन्होंने चेतावनी दी कि अगर शाह द्वारा तुरंत कार्रवाई न की गई, तो इसे विपक्ष नेता के खिलाफ हिंसा की वैधता प्रदान करने और सामान्यीकरण की साजिश माना जाएगा, जो गृह मंत्री के शपथ का गंभीर उल्लंघन होगा। कांग्रेस नेता ने इसे एक छोटे कार्यकर्ता की लापरवाही नहीं, बल्कि सत्ताधारी दल की जहरीली राजनीति का लक्षण बताया।
राहुल गांधी के परिवार ने पहले ही दो प्रधानमंत्रियों इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को हत्या के जरिए खोया है, इसलिए ऐसी धमकियां और भी गंभीर हैं। फिलहाल, सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन कांग्रेस ने इसकी कड़ी निंदा की है। यह घटना राजनीतिक हिंसा के बढ़ते खतरे को उजागर करती है, जहां विपक्षी नेताओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या यह लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है? समय ही बताएगा, लेकिन वेणुगोपाल का पत्र एक मजबूत संदेश है कि ऐसी धमकियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
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