लखनऊ, 21 अगस्त 2025। उत्तर प्रदेश के एक कस्बे में कार्यकारी अधिकारी (ईओ) द्वारा कथित तौर पर महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने का मामला तूल पकड़ गया। घटना उस समय सामने आई जब स्थानीय महिलाओं के एक समूह ने ईओ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया। आक्रोशित भीड़ ने आरोप लगाया कि ईओ ने सार्वजनिक मंच पर महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणियां कीं, जिससे स्थानीय समुदाय में रोष फैल गया।
इसे भी पढ़ें- Flood in UP: उत्तर प्रदेश में बाढ़ और बारिश का कहर, चित्रकूट, औरैया में चार की मौत, कानपुर में गंगा उफनाई
विरोध बढ़ने पर प्रदर्शनकारियों ने ईrise:0⁊ ईओ को नगर पालिका कार्यालय में घेर लिया और उन्हें कई घंटों तक बंधक बनाए रखा। प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना था कि ईओ का व्यवहार अस्वीकार्य था और उन्होंने माफी की मांग की। स्थिति तब और तनावपूर्ण हो गई जब ईओ ने अपने बयान का बचाव करने की कोशिश की, जिससे भीड़ और उग्र हो गई। स्थानीय पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल बुलाया गया।
पुलिस ने ईओ को सुरक्षित निकाला और मामला दर्ज कर लिया। जांच में पता चला कि यह विवाद एक नगर पालिका की बैठक के दौरान शुरू हुआ, जहां ईओ की टिप्पणी को महिलाओं ने अपमानजनक माना। स्थानीय नेताओं और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की निंदा की और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। यह घटना महिलाओं के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता की कमी को उजागर करती है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और ईओ को निलंबित करने की प्रक्रिया चल रही है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं।
इसे भी पढ़ें- योगी आदित्यनाथ बने उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मुख्यमंत्री








