Home » देश » दीवाली पर पीएम मोदी का भावुक संदेश, स्वदेशी अपनाएं, एकता और स्वच्छता को मजबूत बनाएं

दीवाली पर पीएम मोदी का भावुक संदेश, स्वदेशी अपनाएं, एकता और स्वच्छता को मजबूत बनाएं

Share :

pm modi

Share :

नई दिल्ली, 21 अक्टूबर 2025। दीपावली के पावन पर्व पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों के नाम एक भावपूर्ण पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने ‘स्वदेशी अपनाएं’ और ‘सभी भाषाओं का सम्मान करें’ जैसे संदेशों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की प्रेरणा दी है। पीएम मोदी ने कहा कि इस वर्ष की दीवाली विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि अयोध्या में प्रभु राम के भव्य मंदिर के प्रांगण में यह पर्व मनाया जा रहा है। यह न केवल धार्मिक उत्सव है, बल्कि एकता, मर्यादा और न्याय की विजय का प्रतीक भी है।

इसे भी पढ़ें- PM Modi Ayodhya Visit: 25 नवंबर को पीएम मोदी फहराएंगे राम मंदिर का ध्वज

पत्र में पीएम ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का जिक्र करते हुए बताया कि भारत ने अन्याय का बदला मर्यादा का पालन करते हुए लिया। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर में हमने धर्म की रक्षा की और अन्याय का प्रतिशोध लिया। यह हमारी सनातन परंपरा के अनुरूप था, जहां सत्य और न्याय हमेशा विजयी होते हैं।” यह संदेश न केवल सैनिकों की वीरता को सलाम करता है, बल्कि पूरे राष्ट्र को एकजुट होने की प्रेरणा देता है।

स्वदेशी को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने अपील की कि हर खरीदारी के समय गर्व से कहें, “यह स्वदेशी है!” उन्होंने कहा कि स्वदेशी उत्पादों को अपनाने से न केवल अर्थव्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा। इसके अलावा, जीएसटी व्यवस्था के कारण देशवासियों के हजारों करोड़ रुपये बच रहे हैं, जो विकास के कार्यों में लगाए जा रहे हैं।

‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की भावना को मजबूत करने के लिए सभी भाषाओं और संस्कृतियों का सम्मान करने का आह्वान किया गया है। पीएम ने कहा, “हमारी विविधता हमारी शक्ति है। हर भाषा, हर बोली राष्ट्र की धरोहर है।” स्वच्छता अभियान को जारी रखने और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने पर भी बल दिया। उन्होंने सुझाव दिया कि खाने में 10 प्रतिशत तेल कम करें, ताकि स्वस्थ जीवन जिया जा सके। नक्सलवाद जैसी चुनौतियों पर प्रगति का उल्लेख करते हुए पीएम ने विकसित भारत के निर्माण में सभी की भागीदारी का आग्रह किया।

दीपावली की रोशनी हमें सत्य का मार्ग दिखाती है, जैसा कि प्रभु राम ने दिखाया। पीएम ने पत्र के अंत में प्रार्थना की कि यह पर्व सभी के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति लाए। यह पत्र न केवल उत्सव का संदेश है, बल्कि राष्ट्र की प्रगति का खाका भी। देशवासी इसे अपनाकर एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ें।

इसे भी पढ़ें- UPITS 2025: पीएम मोदी की प्रेरणादायक मुलाकात, UPITS में SHG महिलाओं की सफलता की अनकही कहानियां 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement
News Portal Development Services in Uttar Pradesh
Cricket Score
सबसे ज्यादा पड़ गई
Share Market

शहर चुनें

Follow Us