प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिवसीय विदेश दौरे के लिए दिल्ली से रवाना हो गए हैं। इस दौरे के तहत वे पहले ब्रिटेन और फिर मालदीव की यात्रा करेंगे। यह दौरा कई कूटनीतिक और रणनीतिक दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ब्रिटेन यात्रा:
पीएम मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और किंग चार्ल्स तृतीय से होगी। दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर हस्ताक्षर समेत व्यापार, रणनीति और सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। पीएम मोदी ने रवाना होने से पहले एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “ब्रिटेन के लिए रवाना हो रहा हूं, एक ऐसा देश जिसके साथ हमारी रणनीतिक साझेदारी ने बीते वर्षों में नई ऊंचाइयों को छुआ है।”
मालदीव यात्रा:
ब्रिटेन के बाद पीएम मोदी मालदीव पहुंचेंगे, जहां वे स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेंगे। यह प्रधानमंत्री मोदी की तीसरी मालदीव यात्रा है और मालदीव के नए राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मोइजु के आमंत्रण पर हो रही है। राष्ट्रपति मोइजु के कार्यभार संभालने के बाद यह किसी विदेशी राष्ट्राध्यक्ष की पहली आधिकारिक यात्रा होगी।
यात्रा के प्रमुख उद्देश्य:
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द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना
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तकनीक, शिक्षा, स्वास्थ्य, और सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग
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जलवायु परिवर्तन और वैश्विक मुद्दों पर संयुक्त प्रयास
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दोनों देशों के व्यापारिक नेताओं से मुलाकात
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लोगों से लोगों के बीच रिश्तों को और मजबूत करना
राजनीतिक पृष्ठभूमि में दौरा:
यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब संसद का सत्र जारी है और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे को लेकर विपक्ष लगातार सरकार से जवाब मांग रहा है, खासकर ऑपरेशन सिंदूर जैसे मुद्दों पर। विपक्ष का कहना है कि प्रधानमंत्री को संसद में मौजूद रहकर जवाब देना चाहिए था।