नई दिल्ली, 21 अक्टूबर 2025। Part Time Job Fraud: आज के डिजिटल युग में पार्ट-टाइम जॉब के नाम पर साइबर ठगों का जाल तेजी से फैल रहा है। उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के पिलखुवा क्षेत्र में एक ऐसी ही घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया। मोहल्ला छिपीवाड़ा निवासी युवती श्रुति गोयल को टेलीग्राम ऐप पर झांसे देकर ठगों ने 3.98 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़िता की आपबीती सुनकर साइबर पुलिस के होश उड़ गए, क्योंकि ठगों ने बेहद चालाकी से उनका शोषण किया। श्रुति गोयल, जो पार्ट-टाइम काम की तलाश में थीं, 6 और 7 अक्टूबर 2025 को टेलीग्राम पर कुछ अज्ञात लोगों से संपर्क में आईं।
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ठगों ने खुद को रेस्टोरेंट रिव्यू कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए आसान कमाई का लालच दिया। उन्होंने कहा कि घर बैठे रिव्यू लिखने से अच्छी कमाई हो सकती है। श्रुति झांसे में आ गईं और ठगों के निर्देशानुसार झांसी के बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करने लगीं। शुरू में छोटी रकम थी, लेकिन धीरे-धीरे ठगों ने बड़े अमाउंट की मांग की, यह कहकर कि यह ‘सुरक्षा जमा’ या ‘ट्रेनिंग फीस’ है। कुल 3.98 लाख रुपये ट्रांसफर करने के बाद ठगों का फोन बंद हो गया और संपर्क टूट गया।
ठगी का पता चलते ही श्रुति ने तुरंत बैंक अधिकारियों को सूचना दी और खाते को सीज करा लिया। इसके बाद उन्होंने थाना साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज कराई। साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी) और IT एक्ट के तहत FIR दर्ज कर ली है। पुलिस अब बैंक ट्रांजेक्शन डिटेल्स, टेलीग्राम चैट्स और IP ट्रैकिंग के जरिए ठगों की तलाश कर रही है।
एसपी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया, “यह मामला बेहद संवेदनशील है। हमारी टीम जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार करेगी और पीड़िता को न्याय दिलाएगी। साइबर अपराधों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, इसलिए नागरिक सतर्क रहें। “श्रुति की आपबीती सुनकर पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि ठगों ने भावनात्मक रूप से भी दबाव डाला, यह कहकर कि जॉब छूट जाएगी। यह घटना साइबर ठगी के नए आयाम को उजागर करती है। विशेषज्ञों के अनुसार, टेलीग्राम और व्हाट्सएप जैसे प्लेटफॉर्म पर जॉब स्कैम आम हो गए हैं। वे छोटे टास्क से शुरू कर बड़े पेमेंट की मांग करते हैं।
साइबर विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि किसी अज्ञात स्रोत से जॉब ऑफर पर भरोसा न करें। हमेशा वेरिफाई करें और पैसे ट्रांसफर से पहले हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें। इस घटना से सबक लेते हुए, सरकार और पुलिस साइबर जागरूकता अभियान चला रही हैं। हापुड़ पुलिस ने स्थानीय स्तर पर वर्कशॉप आयोजित करने की योजना बनाई है। श्रुति की तरह कई युवा रोजगार की तलाश में ठगे जा रहे हैं। यह समय है कि डिजिटल साक्षरता पर जोर दिया जाए। आशा है कि पुलिस जल्द ठगों को पकड़ेगी और पीड़िता को उनका पैसा वापस दिलाएगी। यह कहानी न केवल एक व्यक्ति की पीड़ा है, बल्कि पूरे समाज के लिए चेतावनी है। सतर्क रहें, क्योंकि साइबर दुनिया में हर चमकती संभावना एक जाल हो सकती है।
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