नई दिल्ली, 29 अगस्त 2025। Parliament Security: नई दिल्ली में संसद भवन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं, जब 24 घंटे के भीतर दो अलग-अलग घटनाओं ने सुरक्षा तंत्र की कमजोरियों को उजागर किया। 27 और 28 अगस्त 2025 को हुई इन घटनाओं ने संसद की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है। पहली घटना में एक संदिग्ध व्यक्ति संसद परिसर के प्रतिबंधित क्षेत्र में बिना अनुमति के घुस गया।
इसे भी पढ़ें- Parliament Security Breach: संसद भवन की सुरक्षा में चूक, दीवार फांदकर गरुड़ द्वार तक पहुंचा अज्ञात शख्स
सुरक्षा कर्मियों ने उसे तुरंत हिरासत में लिया, लेकिन यह सवाल उठा कि वह कड़ी सुरक्षा के बावजूद अंदर कैसे पहुंचा। पूछताछ में पता चला कि वह एक ठेकेदार का कर्मचारी था, जिसके पास वैध पास नहीं था। दूसरी घटना और भी गंभीर थी, जब 28 अगस्त को एक अज्ञात व्यक्ति ने संसद भवन के बाहर संदिग्ध गतिविधियां करते हुए सुरक्षा कर्मियों का ध्यान खींचा। वह एक बैग के साथ परिसर के पास घूम रहा था, जिसमें से कुछ संदिग्ध वस्तुएं बरामद हुईं।
दिल्ली पुलिस और संसद सुरक्षा बल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक जांच में उसके इरादे स्पष्ट नहीं हुए, लेकिन आतंकी गतिविधियों की आशंका से इनकार नहीं किया गया। इन घटनाओं ने 2023 की उस घटना की याद दिला दी, जब धुएं वाले कनस्तरों के साथ दो लोग संसद में घुस गए थे। संसद की सुरक्षा व्यवस्था, जिसमें मल्टीलेयर चेकिंग, सीसीटीवी निगरानी और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) की तैनाती शामिल है, को अभेद्य माना जाता है, लेकिन इन घटनाओं ने इसकी प्रभावशीलता पर सवाल उठाए हैं।
विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए इसे सुरक्षा में बड़ी चूक बताया और संसद की सुरक्षा प्रोटोकॉल की समीक्षा की मांग की। गृह मंत्रालय ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, CISF और दिल्ली पुलिस को सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने के निर्देश दिए गए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल पास सिस्टम और बायोमेट्रिक जांच को और मजबूत करने की जरूरत है।
इसे भी पढ़ें- ED Raid: कांग्रेस नेता के घर ED की छापेमारी, 12 करोड़ कैश, 6 करोड़ की ज्वेलरी जब्त