लखनऊ, 5 सितंबर 2025। Organ Transplant in KGMU: लखनऊ स्थित किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रहा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने अंग प्रत्यारोपण के लिए एक समर्पित और अत्याधुनिक ऑपरेशन थियेटर (ओटी) स्थापित करने का फैसला किया है। इस परियोजना पर लगभग 20 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें से 1.15 करोड़ रुपये पहले ही स्वीकृत हो चुके हैं।
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यह नई सुविधा KGMU में अंग प्रत्यारोपण सेवाओं को और अधिक प्रभावी और सुरक्षित बनाएगी, जिससे मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी। अंग प्रत्यारोपण के लिए समर्पित ओटी का महत्व वर्तमान में KGMU में लिवर, किडनी और कॉर्निया प्रत्यारोपण की सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके अलावा, प्लास्टिक सर्जरी विभाग में हाथ और त्वचा प्रत्यारोपण भी किया जा रहा है। हालांकि, अभी तक ये प्रक्रियाएं सामान्य ऑपरेशन थियेटर में की जाती हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बना रहता है। KGMU के प्रवक्ता डॉ. केके सिंह के अनुसार, समर्पित ओटी के निर्माण से न केवल संक्रमण का जोखिम कम होगा, बल्कि प्रत्यारोपण की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
यह सुविधा न्यूरोलॉजी और यूरोलॉजी विभागों के सहयोग से संचालित होगी, जहां न्यूरोलॉजी विभाग प्रत्यारोपण संबंधी कार्यों को संभालेगा, जबकि यूरोलॉजी विभाग जांच और मूल्यांकन की जिम्मेदारी निभाएगा। इस अत्याधुनिक ओटी के निर्माण के लिए KGMU ने शासन को प्रस्ताव भेजा है और परियोजना की कुल अनुमानित लागत 20 करोड़ रुपये है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस राशि में से 1.15 करोड़ रुपये पहले ही जारी कर दिए हैं, जो निर्माण के प्रारंभिक चरण के लिए उपयोग किए जाएंगे।
जल्द ही निर्माण एजेंसी के चयन के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि परियोजना समय पर पूरी हो और मरीजों को इसका लाभ शीघ्र मिल सके। यह कदम KGMU की चिकित्सा सेवाओं को और सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। नई ओटी के निर्माण से मरीजों को कई तरह के लाभ मिलेंगे। समर्पित सुविधा होने से प्रत्यारोपण प्रक्रिया अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित होगी।
अभी तक सामान्य ओटी में सर्जरी के दौरान संसाधनों की कमी और समन्वय की समस्याएं सामने आती थीं। नई ओटी के साथ, मरीजों को कम समय में बेहतर इलाज मिल सकेगा और प्रत्यारोपण की प्रतीक्षा सूची में कमी आएगी। इसके अलावा, लागत के मामले में भी KGMU निजी अस्पतालों की तुलना में किफायती विकल्प प्रदान करता है, जिससे अधिक से अधिक मरीज इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।
KGMU का लक्ष्य इस परियोजना के माध्यम से अंग प्रत्यारोपण सेवाओं को न केवल विस्तार देना है, बल्कि इसे देश के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के समकक्ष लाना है। समर्पित ओटी के साथ, विश्वविद्यालय मृतक दान (cadaveric organ donation) कार्यक्रम को भी बढ़ावा देना चाहता है, जिससे अधिक मरीजों को जीवनदान मिल सके। यह परियोजना न केवल लखनऊ, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के मरीजों के लिए एक वरदान साबित होगी।
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