लखनऊ 26 अगस्त 2025। उत्तर प्रदेश में अवैध धर्मांतरण के मामले में एक और सनसनीखेज खुलासा हुआ है। यूपी एटीएस ने छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन के नेतृत्व वाले गैंग के दूसरे वर्जन को बेनकाब किया है, जो मदरसों का उपयोग करके पूरे देश में धर्मांतरण का जाल फैला रहा था। इस गैंग ने विदेशी फंडिंग के जरिए 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जुटाई, जिसका इस्तेमाल हिंदू और गैर-मुस्लिम लड़कियों को निशाना बनाने, धन शोधन, और आलीशान संपत्तियों के अधिग्रहण में किया गया।
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इस खुलासे ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। यूपी एटीएस ने 5 जुलाई 2025 को बलरामपुर जिले के मधपुर गांव से जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उनकी सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला कि यह गैंग मदरसों और दरगाहों को धर्मांतरण के केंद्र के रूप में इस्तेमाल कर रहा था। छांगुर बाबा ने खुद को ‘हजरत बाबा जमालुद्दीन पीर बाबा’ के रूप में पेश किया और ‘शिजरा-ए-तय्यबा’ नामक किताब प्रकाशित कर इस्लाम का प्रचार किया।
गैंग का नेटवर्क उत्तर प्रदेश के अलावा पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक और महाराष्ट्र तक फैला हुआ था।एटीएस की जांच में सामने आया कि गैंग ने जाति के आधार पर धर्मांतरण के लिए अलग-अलग राशि तय की थी: ब्राह्मण, क्षत्रिय और सिख लड़कियों के लिए 15-16 लाख रुपये, ओबीसी के लिए 10-12 लाख रुपये, और अन्य जातियों के लिए 8-10 लाख रुपये। कमजोर तबके की महिलाओं और गरीब लोगों को धन, शादी के वादे, या धमकियों के जरिए फंसाया जाता था। एक मामले में, लखनऊ की गुंजा गुप्ता को ‘अमित’ नाम के व्यक्ति ने फंसाया, जिसने बाद में अपना असली नाम अबू अंसारी बताया और उसे दरगाह में ले जाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया।
विदेशी फंडिंग का यह नेटवर्क विशेष रूप से खाड़ी देशों और तुर्की से जुड़ा था। गैंग के सदस्यों ने 40 से अधिक बार विदेश यात्राएं कीं, और 40 से ज्यादा बैंक खातों में 100 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा की गई। इन फंड्स का इस्तेमाल शोरूम, बंगले, और लग्जरी गाड़ियां खरीदने में हुआ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 18 जुलाई को बलरामपुर और मुंबई में 14 ठिकानों पर छापेमारी कर 13 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त किया, जिसमें छांगुर बाबा का 40 कमरों वाला आलीशान बंगला भी शामिल है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस गैंग की गतिविधियों को ‘राष्ट्र-विरोधी’ करार देते हुए कठोर कार्रवाई का वादा किया है। बलरामपुर में छांगुर बाबा के अवैध बंगले को 8 जुलाई को बुलडोजर से ढहा दिया गया। एटीएस और ईडी अब इस नेटवर्क के अंतरराष्ट्रीय संबंधों, विशेष रूप से पाकिस्तान की आईएसआई और तुर्की की संस्थाओं से कथित लिंक की जांच कर रहे हैं। यह मामला देश में अवैध धर्मांतरण और विदेशी फंडिंग के खिलाफ चल रही कार्रवाइयों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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