पटना, 3 नवंबर 2025। Mokama Murder Case: बिहार की राजनीति में एक बड़ा झटका लगा है। मोकामा से जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के उम्मीदवार और पूर्व विधायक अनंत सिंह को दुलारचंद यादव हत्याकांड के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। विशेष सांसद-विधायक अदालत में पेशी के बाद कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
इसे भी पढ़ें- Bihar Elections 2025: अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर कांग्रेस का तीखा प्रहार, पीएम मोदी के रोड शो को ठहराया जिम्मेदार
अनंत सिंह को बेउर जेल में बंद किया गया है, जिससे विधानसभा चुनावों का समीकरण पूरी तरह बदल गया है। यह घटना मोकामा क्षेत्र में 31 अक्टूबर को हुई, जब जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की निर्मम हत्या कर दी गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मौत किसी भारी वस्तु से कुचलने के कारण हुई। पुलिस को शक था कि अनंत सिंह के समर्थकों ने यह वारदात की।
रात भर चली छापे की कार्रवाई में पटना पुलिस ने अनंत सिंह समेत 80 से अधिक लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अनंत सिंह, जिन्हें ‘छोटा सरकार’ के नाम से जाना जाता है, पर हत्या की साजिश रचने का आरोप है। वे लंबे समय से विवादों में घिरे रहे हैं, लेकिन इस बार चुनावी मैदान में उनकी गिरफ्तारी ने जेडीयू को बड़ा नुकसान पहुंचाया है। मोकामा विधानसभा सीट पर अनंत सिंह मजबूत दावेदार थे, लेकिन अब उनकी अनुपस्थिति में विपक्षी दलों को फायदा मिल सकता है।
जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने इस हत्याकांड को राजनीतिक साजिश करार दिया है। पुलिस जांच में सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के बयान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। अनंत सिंह के वकील ने कोर्ट में जमानत की मांग की, लेकिन जज ने इसे खारिज कर दिया। इस मामले ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह गिरफ्तारी चुनावी रणनीति का हिस्सा है या न्याय की जीत? आने वाले दिनों में जांच की परतें खुलेंगी।
इसे भी पढ़ें- Dularchand Murder Case: पोस्टमोर्टम में बड़ा खुलासा, डॉक्टर बोले- गोली से नहीं बल्कि इस वजह से हुई मौत








