पश्चिम बंगाल, 30 अगस्त 2025। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सांसद महुआ मोइत्रा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ विवादास्पद बयान देकर एक बार फिर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत में मोइत्रा ने बांग्लादेश से होने वाली घुसपैठ को लेकर केंद्र सरकार और अमित शाह पर निशाना साधा।
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उन्होंने कथित तौर पर कहा कि यदि घुसपैठ नहीं रुक रही, तो “अमित शाह का सिर काटकर टेबल पर रख देना चाहिए।” इस बयान ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को तीखी प्रतिक्रिया देने का मौका दे दिया, जिसने इसे “घृणित” और “आपत्तिजनक” करार देते हुए कृष्णानगर के कोतवाली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। मोइत्रा ने अपने बयान में केंद्र सरकार पर सीमा सुरक्षा में विफलता का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वतंत्रता दिवस के भाषण में घुसपैठियों द्वारा जनसांख्यिकीय बदलाव की बात करते हैं, लेकिन गृह मंत्रालय और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जिम्मेदार होने के बावजूद घुसपैठ जारी है। मोइत्रा ने सवाल उठाया कि अगर सीमा की सुरक्षा गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी है, तो इसमें नाकामी के लिए कौन जिम्मेदार है।
इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद बीजेपी ने इसे टीएमसी की मानसिकता का प्रतीक बताया और पूछा कि क्या यह पार्टी की आधिकारिक राय है। बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि मोइत्रा का बयान न केवल आपत्तिजनक है, बल्कि यह लोकतांत्रिक मर्यादाओं का अपमान है। उन्होंने टीएमसी से माफी और मोइत्रा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने इसे “आईएसआईएस जैसी भाषा” करार दिया।
दूसरी ओर, टीएमसी नेता कुणाल घोष ने मोइत्रा का बचाव करते हुए कहा कि उनका बयान प्रतीकात्मक था और इसका कोई शारीरिक निहितार्थ नहीं था।मोइत्रा ने इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया में बीजेपी पर सोशल मीडिया के जरिए मुद्दे को “वायरल” करने का आरोप लगाया और इसे बीजेपी की “ट्रोल सेल” की रणनीति बताया। पुलिस ने शिकायत पर जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस घटना ने भारतीय राजनीति में भाषा के गिरते स्तर पर बहस को फिर से हवा दे दी है।
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