लखनऊ, 8 नबंवर 2025। LDA Project: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, जहां ट्रैफिक जाम रोजमर्रा की जद्दोजहद बन चुका है, अब यातायात की इस बड़ी समस्या से निजात पाने की दिशा में मजबूत कदम उठा रही है। शहर को बाहरी कनेक्टिविटी देने वाले किसान पथ के सफल कार्यान्वयन के बाद अब फोकस आंतरिक ट्रैफिक सुधार पर है। इसके तहत हजरतगंज से शहीद पथ तक सहज आवागमन सुनिश्चित करने के लिए लामार्टीनियर कॉलेज से जी-20 रोड तक करीब 2300 मीटर लंबा भव्य फ्लाईओवर बनाया जाएगा। लगभग 315 करोड़ रुपये की लागत से विकसित होने वाले इस प्रोजेक्ट के लिए लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है।
यह फ्लाईओवर न केवल सड़क यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि रेलवे लाइन के ऊपर से गुजरने वाला रेल ओवरब्रिज (आरओबी) भी होगा, जो शहर के व्यस्त इलाकों में जाम की मार को कम करेगा। एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने बताया कि लखनऊ की यातायात व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर परियोजना पर जोरदार गति से काम चल रहा है।
इस महत्वाकांक्षी योजना के पहले चरण में आईआईएम रोड से पक्का पुल तक बंधा चौड़ीकरण, चार-लेन सड़क निर्माण और फ्लाईओवर का काम सफलतापूर्वक पूरा हो चुका है। इससे उस क्षेत्र में ट्रैफिक फ्लो काफी सुधर गया है। दूसरे चरण में पक्का पुल से समतामूलक चौराहा तक सड़क विकास और फ्लाईओवर निर्माण अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है, जो जल्द ही जनता के हवाले कर दिया जाएगा।
अब तीसरे चरण पर नजर है, जहां गोमती नदी के दाएं किनारे पर लामार्टीनियर कॉलेज से आर्मी लैंड होते हुए जी-20 रोड तक 2300 मीटर लंबा चार-लेन फ्लाईओवर तैयार किया जाएगा। इसका लक्ष्य दो वर्षों के भीतर पूरा करना है। इस फ्लाईओवर के बनते ही शहर के मध्य भाग से शहीद पथ, इकाना स्टेडियम, पुलिस मुख्यालय, एयरपोर्ट और अयोध्या रोड की ओर यात्रा बेहद सहज हो जाएगी।
यात्रियों को घंटों की जद्दोजहद से मुक्ति मिलेगी, खासकर पीक आवर्स में। परियोजना प्रबंधन इकाई (पीआईयू) के प्रभारी एके सिंह सेंगर ने विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि फ्लाईओवर लामार्टीनियर कॉलेज के निकट से प्रारंभ होकर पिपराघाट रेलवे लाइन के ऊपर से क्रॉस करते हुए जी-20 रोड से जुड़ेगा। इससे 1090 चौराहा, कालीदास मार्ग, विक्रमादित्य मार्ग जैसे हॉटस्पॉट्स में लगने वाले जाम की समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।
व्यस्त बाजारों और आवासीय इलाकों में रहने वाले हजारों लोग लाभान्वित होंगे। इसके अलावा, ग्रीन कॉरिडोर के तहत गोमती नदी पर 250 मीटर लंबा नया ब्रिज भी निर्माणाधीन है। यह ब्रिज नदी के दाएं किनारे पर स्थित आर्मी लैंड की बंधा रोड को जी-20 रोड से जोड़ेगा, जिससे वैकल्पिक रूट विकसित होंगे। 60 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस ब्रिज के लिए भी टेंडर जारी हो चुका है और इसे एक वर्ष में समाप्त करने का लक्ष्य निर्धारित है। ये परियोजनाएं लखनऊ को एक आधुनिक, ट्रैफिक-फ्री शहर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।
एलडीए का मानना है कि इनके पूरा होने से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि ईंधन खपत और प्रदूषण में भी कमी आएगी। स्थानीय निवासियों ने इन प्रयासों का स्वागत किया है, लेकिन कुछ ने सड़क सुरक्षा और निर्माण के दौरान डायवर्जन की बेहतर व्यवस्था की मांग की है। कुल मिलाकर, लखनऊवासी अब आसान सड़कों का सपना देखने लगे हैं,
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