कर्नाटक, 1 अगस्त 2025। कर्नाटक सामूहिक दफन मामला: कर्नाटक के धर्मस्थल में सामने आए सामूहिक दफन मामले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक विशेष जांच दल (SIT) को इस मामले की तह तक जाने का जिम्मा सौंपा गया है, और हाल ही में जांच के दौरान नेत्रावती नदी के किनारे एक स्थान पर मानव कंकाल के अवशेष मिले हैं। यह इस मामले में पहला ठोस साक्ष्य माना जा रहा है।
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मामला तब उजागर हुआ जब एक पूर्व सफाई कर्मचारी ने दावा किया कि 1995 से 2014 के बीच उसे धर्मस्थल क्षेत्र में लगभग 100 शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया। इन शवों में महिलाओं और नाबालिगों के शव शामिल होने की बात कही गई, जिन पर यौन उत्पीड़न और हिंसा के निशान थे। कर्मचारी ने अपनी शिकायत में बताया कि उसे धमकियां दी गई थीं और प्रभावशाली लोगों के दबाव में यह काम करना पड़ा।
SIT ने कई संदिग्ध स्थानों पर खुदाई शुरू की है और अब तक मिले अवशेषों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। जांच में कुछ निजी सामान जैसे पैन कार्ड और एटीएम कार्ड भी बरामद हुए हैं, जो इस मामले में नई कड़ियां जोड़ सकते हैं। कर्नाटक सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पारदर्शी जांच का वादा किया है, जबकि स्थानीय लोग और मानवाधिकार कार्यकर्ता न्याय की मांग कर रहे हैं। यह मामला न केवल धर्मस्थल की पवित्रता पर सवाल उठा रहा है, बल्कि उन परिवारों के दर्द को भी सामने ला रहा है, जिन्होंने अपने अपनों को खोया और आज तक जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
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