लखनऊ, 31 अगस्त 2025। उत्तर प्रदेश की राजनीति में राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के प्रमुख और केंद्रीय कौशल विकास राज्य मंत्री जयंत चौधरी के एक बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। मुजफ्फरनगर के भौरा कला के सावटू गांव में एक कार्यक्रम के दौरान, जब किसानों ने यूरिया की कमी का मुद्दा उठाया, तो जयंत ने कहा, “मुजफ्फरनगर के खेत-खलिहानों पर नजर है।
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किसान-मजदूरों पर नजर है। यही लोकदल का एजेंडा है। मैंने इशारा कर दिया है, इससे ज्यादा नहीं कह सकता, कुछ बंदिश हैं।” इस रहस्यमयी बयान ने यूपी के राजनीतिक गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म कर दिया।
जयंत का यह बयान NDA गठबंधन में उनकी स्थिति को लेकर सवाल उठा रहा है। क्या वह BJP के साथ अपनी स्थिति पर असहज हैं या कोई नई रणनीति बना रहे हैं? यह बयान ऐसे समय में आया है, जब यूपी में पंचायत चुनाव नजदीक हैं।
जयंत के बयान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहते हैं, “मैं जो हूं, आपकी वजह से हूं। आप जैसा कहेंगे, वैसा निर्णय लूंगा।” इससे साफ है कि वह किसानों के मुद्दों को प्राथमिकता दे रहे हैं, लेकिन ‘बंदिश’ का जिक्र उनकी मजबूरी या रणनीतिक चुप्पी को दर्शाता है।
किसानों ने यूरिया की किल्लत और गन्ना भुगतान जैसे मुद्दों पर जयंत से जवाब मांगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इन मुद्दों पर बात करेंगे और गन्ना मूल्य 400 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर ले जाने की कोशिश करेंगे।
हालांकि, उनके बयान ने NDA में उनकी स्थिति को लेकर सवाल खड़े किए हैं। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि जयंत किसानों के बीच अपनी पैठ मजबूत करना चाहते हैं, जबकि BJP के साथ गठबंधन की मजबूरियां उन्हें खुलकर बोलने से रोक रही हैं।
विपक्ष, खासकर समाजवादी पार्टी (SP) और कांग्रेस, इस बयान को BJP के खिलाफ असंतोष के रूप में देख रहे हैं। दूसरी ओर, RLD के सूत्रों का कहना है कि जयंत पश्चिमी यूपी में अपनी जाट और किसान वोटर बेस को मजबूत करने की रणनीति बना रहे हैं। पंचायत चुनाव से पहले यह बयान RLD की नई दिशा का संकेत हो सकता है।
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