नई दिल्ली, 16 अगस्त 2025। Jagdeep Dhankhar: पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की अचानक अनुपस्थिति ने भारतीय राजनीति में हलचल मचा दी है। 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों से अपने पद से इस्तीफा देने के बाद से उनकी कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई थी, जिससे कई सवाल उठे। विपक्षी नेताओं और जनता के बीच उनकी सुरक्षा और स्थिति को लेकर चिंता बढ़ती गई। अब कुछ विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि धनखड़ वाइस प्रेसिडेंट एन्क्लेव में ही हैं, जहां वह इस्तीफे के बाद से रह रहे हैं। आइए, इस मामले को सरल शब्दों में समझें।
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इस्तीफे की पृष्ठभूमि
जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को संसद के मानसून सत्र के पहले दिन उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति के पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लिखे पत्र में स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया। यह इस्तीफा अप्रत्याशित था, क्योंकि उसी दिन सुबह वह राज्यसभा की कार्यवाही का संचालन करते दिखे थे और कोई अस्वस्थता नहीं जताई थी। इस्तीफे के बाद वह सार्वजनिक जीवन से गायब हो गए, जिससे अटकलें तेज हो गईं।
अनुपस्थिति और अटकलें
धनखड़ के इस्तीफे के बाद से उनकी कोई सार्वजनिक उपस्थिति नहीं रही। शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत और कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल जैसे विपक्षी नेताओं ने उनकी स्थिति पर सवाल उठाए। राउत ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर धनखड़ के ठिकाने और स्वास्थ्य की जानकारी मांगी। कुछ नेताओं ने तो सुप्रीम कोर्ट में हेबियस कॉर्पस याचिका दायर करने की बात तक कही। दिल्ली में अफवाहें फैलीं कि धनखड़ को उनके आवास में “नजरबंद” किया गया है। हालांकि, प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि उनका आधिकारिक आवास सील नहीं किया गया।
अब कहां हैं धनखड़?
ताजा जानकारी के अनुसार, धनखड़ वाइस प्रेसिडेंट एन्क्लेव में ही रह रहे हैं, जहां वह अप्रैल 2024 से रह रहे थे। कुछ सूत्रों का कहना है कि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से आराम करने और लोगों से न मिलने का फैसला किया है। उनके भतीजे डिनो धनखड़ ने पुष्टि की कि वह परिवार के साथ हैं, लेकिन मुलाकातों से परहेज कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, वह जल्द ही अपने नोएडा स्थित निजी आवास में जा सकते हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
विपक्ष ने इस मामले को भुनाने की कोशिश की, यह दावा करते हुए कि धनखड़ का इस्तीफा और उनकी अनुपस्थिति के पीछे गहरे राजनीतिक कारण हो सकते हैं। कांग्रेस ने कहा कि उनके इस्तीफे की वजह केवल स्वास्थ्य नहीं, बल्कि कुछ और है। दूसरी ओर, सरकार ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है। अब जगदीप धनखड़ की अनुपस्थिति का रहस्य कुछ हद तक सुलझ गया है। वह वाइस प्रेसिडेंट एन्क्लेव में सुरक्षित हैं, लेकिन उनकी सार्वजनिक चुप्पी और सीमित संपर्क ने कई सवाल खड़े किए। यह मामला भारतीय राजनीति में पारदर्शिता और जवाबदेही के मुद्दों को उजागर करता है।
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