नई दिल्ली, 4 सितंबर 2025। International Drugs Syndicate: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़े ऑपरेशन में अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है, जिसमें दो नाइजीरियाई नागरिकों और एक महिला समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस कार्रवाई में लगभग 7 किलोग्राम मेथम्फेटामाइन जब्त की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ₹21 करोड़ आंकी गई है। यह ऑपरेशन दिल्ली, ग्रेटर नोएडा और बेंगलुरु में किया गया, जो नारकोटिक्स तस्करी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है।
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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की WR-II इकाई ने केरल पुलिस से मिली सूचना के आधार पर 19 जुलाई को इस ऑपरेशन की शुरुआत की। डीसीपी हर्ष इंदोरा के नेतृत्व में टीम ने दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के एक गेस्ट हाउस से केरल के दो निवासियों, सुहैल (31) और सुजिन (32) को गिरफ्तार किया। इनके पास से लगभग 6 किलोग्राम मेथम्फेटामाइन बरामद हुई। जांच में पता चला कि यह सिंडिकेट मुख्य रूप से केरल के तस्करों द्वारा संचालित था, जो नाइजीरियाई आपूर्तिकर्ताओं के माध्यम से ड्रग्स प्राप्त करते थे। यह गिरोह दिल्ली से बेंगलुरु, केरल और दक्षिण भारत के अन्य हिस्सों में ड्रग्स की सप्लाई करता था।
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि वे “डेड ड्रॉप” तकनीक का इस्तेमाल करते थे, जिसमें ड्रग्स को सुनसान स्थानों पर छोड़कर खरीदारों को तस्वीरें और लोकेशन भेजी जाती थीं, ताकि पुलिस की नजर से बचा जा सके। इस सिंडिकेट का मुख्य ग्राहक वर्ग बेंगलुरु में छात्रों और आईटी प्रोफेशनल्स का था। पुलिस के अनुसार, सुहैल, जो पहले नशे का आदी था, बाद में एक बड़े तस्कर के रूप में उभरा। उसका बेंगलुरु में फातिमा और जाहिद द्वारा वित्तपोषित एक नेटवर्क था, जिसमें नाइजीरियाई नागरिक आपूर्तिकर्ता की भूमिका निभाते थे।
कुल मिलाकर, 6,895 ग्राम मेथम्फेटामाइन जब्त की गई। दिल्ली पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य वित्तपोषकों और नाइजीरिया में मौजूद कथित सरगना की तलाश में है। डीसीपी हर्ष इंदोरा ने कहा, “हम इस सिंडिकेट को पूरी तरह से खत्म करने और सभी शामिल सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह लंबी और अथक मेहनत दिल्ली-एनसीआर और पूरे भारत से नशे की समस्या को जड़ से उखाड़ने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।”
यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस की नारकोटिक्स के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है, जो हाल के महीनों में और तेज हुई है। इस तरह की कार्रवाइयां न केवल अवैध ड्रग्स तस्करी को रोकने में मदद करती हैं, बल्कि युवाओं को नशे की लत से बचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। पुलिस ने इस मामले में आगे की जांच शुरू कर दी है ताकि इस अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के अन्य कनेक्शनों का पता लगाया जा सके।
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