वॉशिंगटन, 6 सितंबर 2025। India-US Relations: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ तनावपूर्ण व्यापारिक रिश्तों को लेकर अपने तेवर नरम करते हुए दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई है। हाल ही में भारत पर 50% टैरिफ लगाने और व्यापार को “एकतरफा आपदा” करार देने के बाद ट्रंप ने अब सकारात्मक रुख अपनाया है।
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व्हाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप ने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच कभी-कभी उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन हमारा रिश्ता मजबूत है। हम जल्द ही एक बेहतरीन ट्रेड डील की दिशा में काम कर रहे हैं।” यह बयान भारत के लिए राहत की खबर है, क्योंकि हाल के महीनों में दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव चरम पर था।
ट्रंप ने भारत पर अगस्त 2025 में 25% टैरिफ लगाया था, जिसे बाद में रूस से तेल खरीदने के कारण अतिरिक्त 25% टैरिफ के साथ बढ़ाकर 50% कर दिया गया। ट्रंप ने भारत पर रूस से तेल और हथियार खरीदने और अमेरिकी सामानों पर ऊंचे टैरिफ लगाने का आरोप लगाया था। हालांकि, उन्होंने अब संकेत दिया कि भारत ने अमेरिकी सामानों पर टैरिफ को शून्य करने की पेशकश की है। ट्रंप ने कहा, “भारत ने टैरिफ कम करने का प्रस्ताव दिया है, जो एक अच्छा कदम है। हम चाहते हैं कि दोनों देशों को फायदा हो।”
ट्रंप ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “मोदी एक शानदार नेता हैं, और हम दोनों के बीच अच्छी दोस्ती है। हमें बस कुछ व्यापारिक मुद्दों को सुलझाना है।” यह बयान उस समय आया है, जब भारत ने रूस और चीन के साथ शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था, जिसकी ट्रंप ने आलोचना की थी।
अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेन्ट ने भी भारत-अमेरिका संबंधों पर सकारात्मक टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, और अमेरिका सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था। मुझे विश्वास है कि हम एक साथ आएंगे।” बेसेन्ट ने माना कि मई-जून तक दोनों देशों के बीच ट्रेड डील की उम्मीद थी, लेकिन अब तक कोई समझौता नहीं हुआ।
भारत ने ट्रंप के टैरिफ को “अनुचित और अनपेक्षित” बताया था और अपनी ऊर्जा सुरक्षा के लिए रूसी तेल खरीद को जरूरी ठहराया था। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए सभी कदम उठाएगा। विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप का नरम रुख भारत के साथ रणनीतिक साझेदारी को बनाए रखने की कोशिश है, खासकर चीन के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए।
ट्रंप ने संकेत दिया कि दोनों देशों के बीच जल्द ही एक नई ट्रेड डील हो सकती है, जो अमेरिकी व्यवसायों के लिए भारतीय बाजार में पहुंच बढ़ाएगी। यह कदम भारत के निर्यात-उन्मुख उद्योगों, जैसे जेम्स और ज्वेलरी, टेक्सटाइल और फुटवियर, के लिए राहत भरा हो सकता है, जो टैरिफ से प्रभावित हुए हैं।
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