वाराणसी, 15 अगस्त 2025। Important Decision: उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक राजधानी काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है। अब 50 वर्ष से अधिक पुराने भवनों को चौड़ी सड़क के नियमों के बंधन से मुक्त कर दिया गया है, जिससे इन ऐतिहासिक इमारतों को होटल, गेस्ट हाउस या हेरिटेज प्रॉपर्टी में बदला जा सकेगा। यह फैसला वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) और उत्तर प्रदेश सरकार ने संयुक्त रूप से लिया है, जिसका उद्देश्य काशी के पर्यटन को नई ऊंचाइयों तक ले जाना है।
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इस नए नियम के तहत, काशी के उन पुराने भवनों के मालिक, जो 50 साल से अधिक पुराने हैं और संकरी गलियों में स्थित हैं, अब बिना सड़क चौड़ीकरण के बंधन के अपनी संपत्तियों का व्यावसायिक उपयोग कर सकेंगे। पहले, होटल या गेस्ट हाउस बनाने के लिए सड़क की न्यूनतम चौड़ाई का नियम बाधा बनता था, जिसके कारण कई ऐतिहासिक इमारतें अप्रयुक्त रह जाती थीं। अब इस छूट से न केवल इन भवनों का संरक्षण होगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
काशी, जो हर साल लाखों देशी-विदेशी पर्यटकों और तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है, में यह कदम पर्यटन उद्योग को गति देगा। गंगा घाटों, काशी विश्वनाथ मंदिर, और प्राचीन गलियों की सैर के लिए मशहूर वाराणसी में हेरिटेज होटलों की मांग बढ़ रही है। इन पुराने भवनों को होटल में बदलने से पर्यटकों को काशी की सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने का अनूठा अवसर मिलेगा। साथ ही, स्थानीय व्यापारियों और पर्यटन से जुड़े लोगों को आर्थिक लाभ होगा।
उत्तर प्रदेश सरकार का यह निर्णय काशी को विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे न केवल पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि काशी की प्राचीन धरोहर को भी नया जीवन मिलेगा। हालांकि, भवनों के नवीनीकरण के दौरान उनकी ऐतिहासिक संरचना को संरक्षित करने के लिए सख्त दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।
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