नई दिल्ली, 22 अक्टूबर 2025। Hidden Signs of Cancer: कैंसर आज दुनिया की सबसे घातक बीमारियों में शुमार है। भारत में हर साल लाखों लोग इससे प्रभावित होते हैं, और कई मामलों में देरी से पता चलने के कारण इलाज मुश्किल हो जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि कैंसर के शुरुआती लक्षण अक्सर इतने हल्के होते हैं कि लोग इन्हें सामान्य थकान या मौसमी बदलाव समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सुबह उठते ही कुछ ऐसे संकेत मिल सकते हैं जो कैंसर की चेतावनी दे सकते हैं? इनमें नाइट स्वेट्स, असहनीय थकान और पेट संबंधी दिक्कतें प्रमुख हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से, ताकि आप समय रहते सतर्क हो सकें।
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सबसे आम और अक्सर अनदेखा किया जाने वाला लक्षण है रात में अत्यधिक पसीना आना (नाइट स्वेट्स)। अगर आप सुबह उठें तो चादर, तकिया और कपड़े पसीने से भीगे मिलें, जबकि कमरे का तापमान सामान्य हो, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) यूके के अनुसार, यह लक्षण लिम्फोमा, ल्यूकेमिया, प्रोस्टेट कैंसर, किडनी कैंसर, बोन कैंसर, कार्सिनॉयड ट्यूमर, मेसोथेलियोमा, जर्म सेल ट्यूमर और एडवांस्ड थायरॉयड कैंसर जैसे प्रकारों से जुड़ा हो सकता है।
कैंसर रिसर्च यूके के विशेषज्ञ बताते हैं कि कैंसर कोशिकाओं के कारण शरीर का तापमान नियंत्रण बिगड़ जाता है, जिससे रात में पसीना उफान मारता है। अगर यह बार-बार हो रहा है और नींद टूट रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। दूसरा महत्वपूर्ण संकेत है सुबह उठते ही गहरी थकान महसूस होना। रात भर अच्छी नींद लेने के बावजूद अगर शरीर सुस्त लगे, ऊर्जा की कमी हो और बिस्तर से उठना मुश्किल हो, तो यह कैंसर का अलार्म हो सकता है।
कैंसर रिसर्च यूके के अनुसार, कैंसर कोशिकाएं शरीर की ऊर्जा चूस लेती हैं, जिससे लगातार थकान बनी रहती है। अन्य लक्षणों में मांसपेशियों में दर्द, सांस फूलना, उदासी या मनपसंद कामों में रुचि कम होना शामिल है। यह लक्षण ब्रेस्ट कैंसर, कोलन कैंसर या ल्यूकेमिया में आम है। पेट के कैंसर के मामले में सुबह के लक्षण और स्पष्ट होते हैं। पेट में दर्द या सूजन, सीने में जलन-गैस, भूख न लगना, जी मिचलाना-उल्टी (खासकर खून वाली) और बार-बार दस्त या कब्ज जैसे संकेत सुबह नजर आ सकते हैं।
द हेल्थसाइट के अनुसार, ये पाचन तंत्र पर कैंसर के असर को दर्शाते हैं। अगर मल में खून या काला रंग दिखे, तो फौरन जांच जरूरी है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अगर ये लक्षण दो हफ्तों से ज्यादा बने रहें, खासकर बुखार, वजन घटना या खांसी के साथ, तो डॉक्टर से मिलें। शुरुआती जांच जैसे ब्लड टेस्ट या स्कैन से कैंसर को कंट्रोल किया जा सकता है। याद रखें, जागरूकता ही बचाव है। स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं, धूम्रपान छोड़ें और नियमित चेकअप करवाएं।
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