रविवार को राज्य भर में एक साथ आयोजित हुई आरओ-एआरओ परीक्षा के दौरान हमीरपुर जिले के एक परीक्षा केंद्र पर विवाद की स्थिति बन गई। हीरानंद इंटर कॉलेज, बिंवार में परीक्षा में शामिल होने आए एक छात्र ने हाथ में बंधा कलावा (धार्मिक धागा) हटाने से इनकार कर दिया, जिससे केंद्र पर हंगामे की स्थिति पैदा हो गई।
छात्र यज्ञदत्त बाजपेयी, जो फतेहपुर जिले से परीक्षा देने आया था, सुरक्षा जांच के दौरान पुलिसकर्मियों द्वारा कलावा काटने को कहे जाने पर विरोध में उतर आया। उसने कहा कि यह धार्मिक और सांस्कृतिक आस्था का प्रतीक है, जिसे वह नहीं हटाएगा। यज्ञदत्त ने पुलिस से कहा कि वह मेटल डिटेक्टर से पूरी तरह जांच कर सकते हैं, लेकिन कलावा नहीं काटा जाएगा।
छात्र के इस विरोध के चलते पुलिसकर्मियों ने उसे लाइन से अलग कर दिया, जिससे वह और आक्रोशित हो गया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने स्थिति को बिगड़ते देख समझदारी से काम लिया और छात्र को बिना कलावा हटाए परीक्षा में शामिल होने की अनुमति दे दी।
परीक्षा की निगरानी कर रहे स्टैटिक मजिस्ट्रेट राममोहन कुशवाहा ने बताया कि छात्र ने अंगूठी तो जांच के दौरान उतार दी थी, लेकिन कलावा हटाने से इनकार कर दिया। हालांकि, सुरक्षा जांच के बाद उसे परीक्षा देने की अनुमति दे दी गई।
यह घटना अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है और इससे धार्मिक आस्थाओं और परीक्षा में लागू सुरक्षा नियमों के बीच संतुलन को लेकर बहस छिड़ गई है।