Hair Fall Problem: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हेयर फॉल, लो टेस्टोस्टेरोन और ब्लोटिंग जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। इनसे निपटने के लिए लोग तरह-तरह की दवाओं और उपचारों का सहारा लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ बीज इन समस्याओं को जड़ से खत्म करने में मदद कर सकते हैं? पोषण विशेषज्ञों और डॉक्टरों के अनुसार, कद्दू, अलसी, चिया और सूरजमुखी के बीज जैसे सुपरफूड्स न केवल स्वास्थ्यवर्धक हैं, बल्कि इन समस्याओं के लिए प्राकृतिक उपचार भी प्रदान करते हैं। हालांकि, कुछ डॉक्टरों का कहना है कि इनके फायदों के बारे में आम लोगों को पूरी जानकारी नहीं है।
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हेयर फॉल का समाधान
हेयर फॉल की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए कद्दू के बीज और अलसी के बीज वरदान साबित हो सकते हैं। कद्दू के बीज जिंक, आयरन और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होते हैं, जो बालों की जड़ों को मजबूत करते हैं और स्कैल्प को पोषण देते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, कद्दू के बीज का तेल हेयर फॉल को 30-40% तक कम कर सकता है। दूसरी ओर, अलसी के बीज में लिग्नन्स और विटामिन ई होते हैं, जो हार्मोनल असंतुलन को ठीक करके बालों के झड़ने को नियंत्रित करते हैं। रोजाना एक चम्मच भुने हुए अलसी के बीज या कद्दू के बीज को सलाद, स्मूदी या दही में मिलाकर खाने से बालों की सेहत में सुधार हो सकता है।
लो टेस्टोस्टेरोन का प्राकृतिक उपचार
लो टेस्टोस्टेरोन पुरुषों और महिलाओं दोनों में थकान, कमजोरी और मूड स्विंग्स का कारण बन सकता है। कद्दू के बीज इस समस्या में भी कारगर हैं, क्योंकि इनमें जिंक और मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। पोषण विशेषज्ञ के अनुसार, रोजाना 20-30 ग्राम कद्दू के बीज खाने से हार्मोनल संतुलन में सुधार होता है। इसके अलावा, सूरजमुखी के बीज में मौजूद विटामिन ई और सेलेनियम भी टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को बढ़ावा देते हैं। इन बीजों को नाश्ते में शामिल करने से ऊर्जा और स्टैमिना में वृद्धि होती है।
ब्लोटिंग से राहत
पेट फूलना यानी ब्लोटिंग एक आम समस्या है, जो खराब पाचन और गैस के कारण होती है। चिया सीड्स और अलसी के बीज इस समस्या से निजात दिलाने में मददगार हैं। चिया सीड्स में फाइबर और ओमेगा-3 की उच्च मात्रा पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है और कब्ज को रोकती है। एक गिलास पानी में एक चम्मच चिया सीड्स भिगोकर पीने से पेट की सूजन कम हो सकती है। अलसी के बीज में मौजूद घुलनशील फाइबर आंतों की सफाई करता है और ब्लोटिंग को कम करता है। एक गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, का कहना है कि इन बीजों को नियमित रूप से खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है, लेकिन इन्हें सीमित मात्रा में लेना चाहिए।
जागरूकता की कमी
डॉक्टरों का कहना है कि इन सुपरफूड्स के फायदों के बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं होती जिससे लोग अक्सर महंगी दवाओं की ओर भागते हैं, जबकि ये बीज सस्ते और आसानी से उपलब्ध हैं। हालांकि, इन्हें अपने आहार में शामिल करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना जरूरी है, खासकर अगर कोई पहले से कोई दवा ले रहा हो। अधिक मात्रा में इनका सेवन करने से पेट में ऐंठन या एलर्जी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कैसे करें उपयोग?
इन बीजों को अपने आहार में शामिल करना आसान है। इन्हें स्मूदी, सलाद, दही या ओटमील में मिलाया जा सकता है। भुने हुए बीजों को नाश्ते के रूप में खाना भी एक अच्छा विकल्प है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि इन्हें धीरे-धीरे आहार में शामिल करें और पर्याप्त पानी पिएं। यह न केवल हेयर फॉल, लो टेस्टोस्टेरोन और ब्लोटिंग को कम करेगा, बल्कि समग्र स्वास्थ्य को भी बढ़ाएगा।
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