अहमदाबाद, 16 अक्टूबर 2025। Gujarat Politics: गुजरात की राजनीति में गुरुवार को बड़ा भूचाल आ गया, जब राज्य के सभी 16 मंत्रियों ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को अपने इस्तीफे सौंप दिए। यह कदम कैबिनेट विस्तार और पुनर्गठन की दिशा में उठाया गया है, जो भाजपा हाई कमांड का निर्देश है।
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मुख्यमंत्री पटेल ने सभी इस्तीफों को स्वीकार कर लिया है, जिससे नई कैबिनेट का मार्ग प्रशस्त हो गया। कल, 17 अक्टूबर को नई मंत्रिपरिषद के सदस्य शपथ ग्रहण करेंगे। यह फैसला भाजपा की ‘नो-रीपीट’ नीति का हिस्सा है, जो 2027 के विधानसभा चुनावों से पहले पार्टी में नई ऊर्जा भरने का प्रयास है। वर्तमान कैबिनेट में 17 सदस्य थे, जिसमें सीएम पटेल शामिल हैं। सभी मंत्री, चाहे कैबिनेट या राज्य स्तर के हों, ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दिया।
सूत्रों के अनुसार, हाई कमांड ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि पुराने चेहरों को दोहराया न जाए, ताकि युवा और नए नेताओं को मौका मिले। इससे पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह है, लेकिन कुछ पुराने मंत्रियों में असंतोष की आशंका भी जताई जा रही है। मुख्यमंत्री पटेल शुक्रवार को राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिलकर नई सूची सौंपेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह गुजरात में भाजपा की मजबूती को दर्शाता है, जहां पार्टी लगातार सत्ता में बनी हुई है।
पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 156 सीटें जीती थीं, और यह कदम आने वाले लोकसभा चुनावों की तैयारी का हिस्सा लगता है। हालांकि, विपक्षी दल कांग्रेस ने इसे ‘आंतरिक कलह’ का संकेत बताया है। कुल मिलाकर, यह घटना गुजरात की राजनीति को नया आयाम देगी। नए चेहरों के आने से विकास योजनाओं में गति आएगी, लेकिन पार्टी को संतुलन बनाए रखना होगा। गुजरात मॉडल की सफलता अब नई टीम पर निर्भर करेगी।
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