गाजियाबाद, 22 अगस्त 2025। Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार, 21 अगस्त 2025 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनता दरबार में एक चौंकाने वाली घटना ने हड़कंप मचा दिया। गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र के सिरौली गांव निवासी 65 वर्षीय रिटायर्ड फौजी सतबीर गुर्जर ने जहरीला पदार्थ खाकर जनता दरबार में प्रवेश किया। सतबीर ने वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों को बताया कि उन्होंने जहर खा लिया है, जिसके बाद उन्हें तत्काल लखनऊ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
इस घटना ने प्रशासन और पुलिस महकमे में खलबली मचा दी। सतबीर ने अपने साथ मिले एक शिकायती पत्र में गाजियाबाद के बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने दावा किया कि विधायक के उत्पीड़न से तंग आकर उन्होंने यह आत्मघाती कदम उठाया। पत्र के अनुसार, अप्रैल 2025 में नंद किशोर ने एक ‘कलश यात्रा’ का आयोजन किया था, जिसका कथित उद्देश्य “सरकार को अस्थिर करना” था। सतबीर ने इस कथित साजिश को सोशल मीडिया पर उजागर किया, जिसके बाद विधायक ने उन्हें निशाना बनाया और लगातार उत्पीड़न किया।
सतबीर ने लिखा, “सच उजागर करने के बाद मुझे और मेरे परिवार को प्रताड़ित किया गया। मेरे पास कोई रास्ता नहीं बचा, इसलिए मैंने यह कदम उठाया। “सतबीर ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक के इशारे पर क्षेत्र में ‘नंदू टैक्स’ के नाम से करोड़ों रुपये की अवैध वसूली हो रही है, जिससे स्थानीय लोग परेशान हैं। पुलिस ने सतबीर का पत्र बरामद कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
लखनऊ पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सतबीर की शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज की भी पड़ताल की जा रही है।दूसरी ओर, बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने इन आरोपों को निराधार और राजनीतिक साजिश करार दिया। उन्होंने कहा, “मैं सतबीर को नहीं जानता, न ही कभी उनसे मिला। अगर वे अपने आरोप सिद्ध कर दें, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।”
विधायक ने दावा किया कि पंचायत और विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण उनके विरोधी इस तरह की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने सतबीर के अतीत पर सवाल उठाते हुए कहा कि सतबीर और उनके परिवार पर पहले भी हत्या और फर्जी भर्ती जैसे मामलों में आरोप लग चुके हैं।इस घटना ने उत्तर प्रदेश की राजनीति और प्रशासन में नई बहस छेड़ दी है। विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घटना ने क्षेत्र में बढ़ते उत्पीड़न और अवैध वसूली की समस्या को उजागर किया है। पुलिस ने कहा कि जांच पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। यह मामला न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी चर्चा का विषय बन गया है।
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