लखनऊ, 5 अगस्त 2025। Flood in UP: उत्तर प्रदेश के 21 जिलों में गंगा, यमुना, बेतवा, चंबल, क्वानो और शारदा जैसी नदियों में उफान के कारण बाढ़ ने तबाही मचा रखी है। प्रभावित जिलों में प्रयागराज, वाराणसी, बलिया, जालौन, हमीरपुर, इटावा, फतेहपुर, औरैया, मिर्जापुर, कानपुर देहात, बांदा, आगरा, महाराजगंज, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, गोंडा, बस्ती, सिद्धार्थनगर, आजमगढ़, संत कबीर नगर और अयोध्या शामिल हैं। इस संकट से निपटने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त निर्देश जारी किए हैं, जिसके बाद प्रशासन और उनकी विशेष ‘टीम-11’ राहत कार्यों में जुट गई है।
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सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में त्वरित राहत और बचाव कार्यों को प्राथमिकता देने का आदेश दिया है। उनके निर्देश पर 14 एनडीआरएफ, 15 एसडीआरएफ और 48 पीएसी टीमें प्रभावित क्षेत्रों में तैनात की गई हैं। अब तक 1.16 लाख से अधिक लोगों को राहत पहुंचाई जा चुकी है, जिसमें 25,586 लोग और 4,682 पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। इसके अलावा, 39 लंगरों के माध्यम से 1.28 लाख ताजा भोजन पैकेट वितरित किए गए हैं।
राहत कार्य
बाढ़ शरणालय और चिकित्सा सुविधाएं: 924 बाढ़ शरणालय सक्रिय हैं, जहां 18,772 लोग अस्थायी रूप से रह रहे हैं। 778 मेडिकल टीमें प्रभावित लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर रही हैं। 1,57,168 क्लोरीन टेबलेट्स और 1,21,476 ओआरएस पैकेट वितरित किए गए हैं ताकि जलजनित बीमारियों को रोका जा सके।
पशुओं की सुरक्षा: मवेशियों के लिए 2,234 कुंटल भूसा वितरित किया गया है, और उनकी सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
टीम-11 की तैनाती: सीएम योगी ने 11 मंत्रियों की ‘टीम-11’ का गठन किया है, जो 12 सबसे अधिक प्रभावित जिलों में राहत कार्यों की निगरानी कर रही है। कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जालौन और हमीरपुर का दौरा किया, जबकि वाराणसी में पूर्व मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कोनिया और राजघाट में नाव और पैदल चलकर राहत सामग्री बांटी।
बचाव और निगरानी: 500 से अधिक नावें और मोटरबोटें बचाव कार्यों में लगी हैं। 1,193 बाढ़ चौकियां तैनात की गई हैं, जो बांधों और प्रभावित क्षेत्रों पर 24×7 नजर रख रही हैं।
कृषि और संपत्ति नुकसान: सीएम ने फसल नुकसान और भूमि कटाव से प्रभावित किसानों को 24 घंटे के भीतर मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं। राजस्व और पंचायती राज विभागों को पारदर्शी सर्वेक्षण करने को कहा गया है।
सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि “हर पीड़ित तक सरकार पहुंचे” उनका मूल मंत्र है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत शिविरों में दूध, फल, चाय और अन्य आवश्यक वस्तुओं की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित हो। साथ ही, चोरी रोकने के लिए स्थानीय पुलिस को नियमित गश्त करने का आदेश दिया गया है। उन्होंने अफवाहों और गलत सूचनाओं पर सख्त कार्रवाई करने और व्हाट्सएप/एसएमएस के जरिए समय पर अलर्ट जारी करने को कहा है। प्रशासन को शहरी बाढ़ से निपटने के लिए नालों की सफाई, पंपिंग स्टेशनों का संचालन और बिजली आपूर्ति के लिए बैकअप जनरेटर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।
सीएम योगी ने बाढ़ प्रभावित जिलों में डीएम, एसपी और सीएमओ को 24×7 मौके पर रहने और स्थिति पर नजर रखने को कहा है। इस आपदा में उत्तर प्रदेश सरकार की त्वरित कार्रवाई और समन्वित प्रयासों ने प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सीएम योगी ने कहा, “जीवन की रक्षा और सामान्य स्थिति बहाल करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
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