Home » ताजा खबरें » उत्‍तर प्रदेश » Fire Accident: बीड़ी सुलगाई, रजाई में लगी आग, पत्नी को बताया, सुबह मिला सिर्फ कंकाल, मेरठ में हेड कांस्टेबल की दर्दनाक मौत

Fire Accident: बीड़ी सुलगाई, रजाई में लगी आग, पत्नी को बताया, सुबह मिला सिर्फ कंकाल, मेरठ में हेड कांस्टेबल की दर्दनाक मौत

Share :

Fire Accident:

Share :

मेरठ, 20 नवंबर 2025। Fire Accident:  मेरठ के साकेत थाना क्षेत्र के शर्मा नगर में मंगलवार देर रात एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल विभोर पंवार (उम्र 38 वर्ष) अपने किराए के कमरे में जिंदा जल गए। बीड़ी पीते समय रजाई में चिंगारी लगी और देखते-देखते आग ने पूरे कमरे को अपनी चपेट में ले लिया। सुबह साढ़े तीन बजे जब पड़ोसी धुएं की गंध से जागे तो दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे, लेकिन तब तक विभोर का शरीर गर्दन से नीचे पूरी तरह जलकर कंकाल बन चुका था।

इसे भी पढ़ें- Delhi Fire: दिल्ली के रिठाला में भयावह आग, 500 झुग्गियां राख, एक युवक की मौत

शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र के नाला गांव निवासी विभोर पंवार 2011 बैच के हेड कांस्टेबल थे। दो महीने पहले ही वे शर्मा नगर में किराए पर रहने आए थे। उनके रूम पार्टनर सतीश छुट्टी पर थे। मंगलवार रात ड्यूटी से लौटने के बाद करीब 10 बजे उन्होंने कमरे में बीड़ी सुलगाई। इसी दौरान रजाई में आग लग गई। विभोर ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। उन्होंने दूसरी रजाई ओढ़ ली और अपनी दूसरी पत्नी अंशू को फोन करके बताया, “कमरे में आग लग गई है।”

शायद उन्हें लगा कि आग खुद बुझ जाएगी, इसलिए उन्होंने किसी और को नहीं बताया। रात गुजरती रही और सुबह पड़ोसियों ने घना धुआं देखकर हड़कंप मचा दिया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। अंदर का नजारा देखकर हर कोई सन्न रह गया। बेड, दोनों रजाइयां पूरी तरह जल चुकी थीं। एक खाली शराब की बोतल और पानी की बोतल भी मिली। फोरेंसिक टीम और पुलिस ने मौका-मुआयना किया। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह पूरी तरह दुर्घटना लग रही है, आत्महत्या या हत्या का कोई शक नहीं है।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

विभोर की पहली पत्नी की मौत एक साल पहले हो चुकी थी। पहली पत्नी से 8 साल की बेटी और 6 साल का बेटा शिवांश है। हाल ही में दिल्ली की अंशू से दूसरी शादी की थी। पिता जयकुमार सिंह, भाई आशीष व निखिल (दोनों सेना में सिपाही) समेत पूरा परिवार मेरठ पहुंचा। पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस लाइन में सलामी दी गई और शव गांव ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया। ग्रामीणों ने सरकार से मुआवजा और आश्रित को नौकरी की मांग की है। विभोर को गांव में हर कोई ईमानदार और मिलनसार पुलिसकर्मी मानता था। हर हफ्ते घर आते थे और बच्चों को अच्छी राह दिखाने की सलाह देते थे। उनकी मौत ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।

इसे भी पढ़ें- Kurnool bus fire: वोल्वो में फ्यूल लीक से भयानक आग, 12 की दर्दनाक मौत, कई यात्रियों ने कूदकर बचाई जान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement
News Portal Development Services in Uttar Pradesh
Cricket Score
सबसे ज्यादा पड़ गई
Share Market

शहर चुनें

Follow Us