गोरखपुर, 14 नवंबर 2025। Fake IAS: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में फर्जी आईएएस अधिकारी बनकर लोगों को ठगने वाले गौरव कुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। नौकरी और सरकारी ठेके दिलाने के नाम पर सैकड़ों लोगों को चूना लगाने वाले इस शातिर आरोपी की तलाश में पुलिस की संयुक्त टीम लखनऊ रवाना हो चुकी है।
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साइबर सेल और क्राइम ब्रांच की जांच में खुलासा हुआ है कि गौरव ने लखनऊ में भी अपना ठिकाना बना रखा था, जहां से वह अपनी ठगी की साजिशें रचता था। एक सप्ताह से चली आ रही छापेमारी अब तेज हो गई है, और अधिकारियों को यकीन है कि जल्द ही आरोपी हाथ लग जायेगा। गौरव कुमार ने खुद को गुजरात कैडर का आईएएस अधिकारी बताकर लोगों का भरोसा जीता।
गोरखपुर में वह नौकरी के लालच में युवाओं से लाखों रुपये ऐंठता रहा। हाल ही में एक युवती ने शिकायत दर्ज कराई कि गौरव ने शादी का झांसा देकर उसे ठगा। पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने फर्जी दस्तावेज दिखाकर उसका भरोसा जीता। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, जिसमें साइबर ट्रैकिंग से लखनऊ कनेक्शन सामने आया।
गौरव की फोन लोकेशन बार-बार लखनऊ के आसपास मिल रही है, जिसके आधार पर टीम ने वहां के संभावित ठिकानों पर नजर रखी है। यह मामला उत्तर प्रदेश में फर्जी अधिकारियों के बढ़ते नेटवर्क को उजागर करता है। हाल के महीनों में लखनऊ में ही कई ऐसे ठग पकड़े गए हैं, जैसे विवेक मिश्रा और सौरभ त्रिपाठी, जिन्होंने आईएएस-आईपीएस बनकर करोड़ों की ठगी की। गौरव का गिरोह भी इसी तरह का लगता है, जो सोशल मीडिया और फर्जी आईडी के जरिए शिकार ढूंढता था।
पुलिस ने चेतावनी जारी की है कि, सरकारी नौकरी या ठेके के नाम पर पैसे मांगने वालों से सावधान रहें। एसएसपी गोरखपुर ने कहा, “हमारी टीम 24 घंटे अलर्ट पर है। आरोपी को सलाखों के पीछे पहुंचाने का लक्ष्य है।” पीड़ितों की संख्या बढ़ रही है, और जांच में और खुलासे होने की संभावना है। यह घटना न केवल कानूनी सख्ती की मांग करती है, बल्कि जागरूकता अभियान की भी जरूरत बताती है।
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