लखनऊ, 5 सितंबर 2025। Fake IAS Saurabh Tripathi: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने एक सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश करते हुए सौरभ त्रिपाठी नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जो खुद को IAS अधिकारी बताकर लोगों को ठग रहा था।
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सौरभ, जो मूल रूप से मऊ जिले का रहने वाला है, उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय निदेशालय में एक फर्म के माध्यम से प्रॉजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्यरत था। उसने सरकारी व्यवस्था की जानकारी का दुरुपयोग करते हुए फर्जी दस्तावेज, सरकारी पास, और नीली बत्ती वाली लग्जरी गाड़ियों का इस्तेमाल कर अपनी झूठी साख बनाई। उसका ठगी का जाल इतना शातिराना था कि वह कई सरकारी कार्यक्रमों में विशेष सचिव के रूप में शामिल हो चुका था।
सौरभ त्रिपाठी ने अपनी ठगी को विश्वसनीय बनाने के लिए लैंड रोवर डिफेंडर, मर्सिडीज, और टोयोटा फॉर्च्यूनर जैसी छह लग्जरी गाड़ियों का काफिला तैयार किया था। इन गाड़ियों पर नकली सरकारी पास और लाल-नीली बत्तियां लगी थीं, जो उसे एक वरिष्ठ अधिकारी का रुतबा देती थीं। वह सोशल मीडिया पर @Saurabh_IAAS नाम से सक्रिय था, जहां वह खुद को ‘स्पेशल सेक्रेटरी, अर्बन डेवलपमेंट’ और ‘डायरेक्टर, कैबिनेट सेक्रेटरी’ बताता था।
वजीरगंज पुलिस ने कारगिल शहीद पार्क के पास चेकिंग के दौरान उसे पकड़ा, जब उसने पुलिस पर रौब झाड़ने की कोशिश की। जांच में उसके पास से फर्जी दस्तावेज, सरकारी पास, और लग्जरी गाड़ियां बरामद हुईं। सौरभ का ठगी का तरीका बेहद चालाकी भरा था। वह बड़े अधिकारियों के साथ तस्वीरें खिंचवाकर सोशल मीडिया पर साझा करता और लोगों को नौकरी दिलाने या सरकारी काम करवाने के बहाने पैसे ऐंठता था।
उसने उत्तराखंड और बिहार जैसे राज्यों में भी ठगी की थी। वह अधिकारियों पर दबाव डालने के लिए फर्जी NIC आईडी से मेल करता और सर्किट हाउस या बड़े होटलों में रुकता था। पुलिस ने उसके खिलाफ सुशांत गोल्फ सिटी थाने में मामला दर्ज किया और उसके नेटवर्क की जांच शुरू की। वजीरगंज पुलिस ने उसे जेल भेज दिया, और उसके साथियों की तलाश जारी है। यह मामला सरकारी व्यवस्था में सतर्कता की जरूरत को उजागर करता है।
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