बदायूं 1 अक्टूबर 2025। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले की सहसवान तहसील के मिर्जापुर-मोहसनपुर गांव में नवरात्रि के दौरान एक रहस्यमयी घटना ने पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। गांव के निवासी उमेश के 14 वर्षीय पुत्र अखिलेश को नवरात्रि के पावन समय में सपने में भगवान शिव के दर्शन हुए।
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सपने में स्वयंभू शिव ने उसे संकेत दिया कि खेत में खुदाई करो, जहां शिवलिंग छिपे हैं। पहले तो अखिलेश ने इसे मात्र स्वप्न समझकर नजरअंदाज कर दिया, लेकिन जब सोमवार रात को वही सपना दोबारा आया, तो उसने इसे गंभीरता से लिया। अखिलेश ने अपने कुछ साथी किशोरों के साथ मिलकर परिजनों को बिना बताए नजदीकी खेत में खुदाई शुरू की। आश्चर्यजनक रूप से, खुदाई के दौरान दो पत्थर के शिवलिंग मिलने का दावा किया गया।
यह खबर तेजी से फैल गई और आसपास के गांवों से लोग उमड़ पड़े। ग्रामीण इसे भगवान शिव का चमत्कार मानते हुए पूजा-अर्चना, जलाभिषेक और कांवड़ चढ़ाने लगे। शिव भक्त मन्नतें मांग रहे हैं और मौके पर उत्सव जैसा माहौल बन गया है। कुछ लोग इसे आस्था का प्रतीक बता रहे हैं, तो कुछ अंधविश्वास का नाम देकर सवाल उठा रहे हैं। यह घटना नवरात्रि के संदर्भ में और भी महत्वपूर्ण हो जाती है, क्योंकि इस समय भगवान शिव और शक्ति की उपासना विशेष फलदायी मानी जाती है। सपने में शिवलिंग या शिव दर्शन को शुभ संकेत के रूप में देखा जाता है, जो समृद्धि और दैवीय कृपा का प्रतीक होता है।
हालांकि, शिवलिंगों की प्राचीनता और सत्यता की पुष्टि अभी बाकी है। प्रशासन और पुरातत्व विभाग की जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि ये वास्तविक चमत्कार हैं या कोई अन्य कारण। फिलहाल, जिले भर में चर्चा का विषय बनी यह घटना आस्था और तर्क के बीच की जंग को उजागर कर रही है। ग्रामीणों का मानना है कि यह भगवान का आशीर्वाद है, जो नवरात्रि की पवित्रता से जुड़ा है। भीड़ प्रबंधन के लिए स्थानीय प्रशासन अलर्ट पर है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। यह घटना न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है, जहां लोग अपनी राय साझा कर रहे हैं। कुल मिलाकर, यह रहस्य बदायूं को एक नई पहचान दे रहा है, जहां आस्था की लहर चल पड़ी है।
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