बिहार में पुलिस और उत्पाद विभाग की टीमों पर हमलों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। ताजा मामला औरंगाबाद जिले का है, जहां मंगलवार देर रात अंबा थाना क्षेत्र के मटपा रोड पर धोबनी गांव के पास उत्पाद विभाग की टीम पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और पकड़े गए तीन शराबियों को भी छुड़ाकर ले जाया गया।
कैसे हुआ हमला?
जानकारी के मुताबिक, टंडवा थाना क्षेत्र के पिछुलिया चेकपोस्ट पर तैनात उत्पाद विभाग की टीम ने शराब पीकर लौट रहे तीन लोगों को पकड़ा था। उन्हें स्कॉर्पियो गाड़ी में बैठाकर ले जाया जा रहा था। तभी देर रात शराबियों के परिजन पिकअप गाड़ी में सवार होकर मौके पर पहुंचे और स्कॉर्पियो को टक्कर मार दी।
इसके बाद हमलावरों ने उत्पाद विभाग के दारोगा कृष्णनंदन कुमार, चालक सुमंत कुमार और अन्य पुलिसकर्मियों के साथ जमकर मारपीट की। पकड़े गए तीनों शराबियों को छुड़ाकर हमलावर फरार हो गए। हमले में स्कॉर्पियो गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया गया।
घायल पुलिसकर्मियों का इलाज जारी
हमले में घायल सभी पुलिसकर्मियों को कुटुंबा अस्पताल ले जाया गया, जहां दारोगा और चालक की हालत गंभीर देखते हुए उन्हें सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया।
पुलिस ने दर्ज की FIR, नामजद आरोपी
घटना की जानकारी मिलते ही कुटुंबा थानाध्यक्ष अक्षयवर सिंह मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक हमलावर फरार हो चुके थे। दारोगा के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें कई लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस की टीम हमलावरों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है
निष्कर्ष:
बिहार में कानून व्यवस्था को चुनौती देते हुए इस तरह की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि शराबबंदी के बाद भी राज्य में शराब और अपराध का गठजोड़ किस हद तक पहुंच चुका है।