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ऑनलाइन गेमिंग बिल के बाद ताबड़तोड़ कार्रवाई
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कर्नाटक में कांग्रेस विधायक के खिलाफ बड़ा खुलासा
कर्नाटक, 23 अगस्त 2025। ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक के चित्रदुर्गा से कांग्रेस विधायक केसी वीरेंद्र के परिसरों पर छापेमारी कर 12 करोड़ रुपये नकद, 6 करोड़ रुपये की ज्वेलरी और 1 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा जब्त की है। यह कार्रवाई 20 अगस्त 2025 को लोकसभा में ‘प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025’ के पारित होने के ठीक एक दिन बाद हुई।
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इस बिल का उद्देश्य ऑनलाइन मनी गेमिंग, विज्ञापनों और संबंधित वित्तीय लेनदेन पर प्रतिबंध लगाना है, ताकि नशे, धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। ईडी ने कर्नाटक, मुंबई, गोवा और जोधपुर में 31 स्थानों पर छापेमारी की, जिसमें गोवा के कैसीनो भी शामिल थे। जांच से पता चला कि जब्त राशि कई ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स के जरिए एकत्र की गई थी, जिनके तार दुबई की कंपनियों से जुड़े हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह घोटाला 50 करोड़ से 100 करोड़ रुपये तक का हो सकता है। ईडी ने इसे मनी लॉन्ड्रिंग का मामला मानते हुए केसी वीरेंद्र को गुवाहाटी से गिरफ्तार किया। नए कानून के तहत ऑनलाइन मनी गेमिंग पर सख्ती, जिसमें तीन साल तक की जेल और 1 करोड़ रुपये तक का जुर्माना शामिल है, ने जांच एजेंसियों को तेजी से कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया।
बिल में बैंकों और वित्तीय संस्थानों को ऐसी गतिविधियों के लिए लेनदेन पर रोक लगाने का भी प्रावधान है। उद्योग विशेषज्ञों का कहना है कि यह कानून 2 लाख नौकरियों और 25,000 करोड़ रुपये के निवेश को खतरे में डाल सकता है। ईडी की इस कार्रवाई ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। जहां सरकार इसे ऑनलाइन गेमिंग के दुरुपयोग के खिलाफ कड़ा कदम बता रही है, वहीं विपक्ष इसे राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगा रहा है। यह मामला भारतीय राजनीति और डिजिटल अर्थव्यवस्था में पारदर्शिता की जरूरत को और उजागर करता है।
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