नई दिल्ली, 18 नवंबर 2025। ED Raid: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को देश की दो बड़ी ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग कंपनियों Winzo और GamezKraft के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत बेंगलुरु जोनल ऑफिस की टीमों ने तीन राज्यों-शहरों में एक साथ 11 ठिकानों पर छापेमारी शुरू की। इनमें बेंगलुरु में 5, दिल्ली में 4 और गुरुग्राम में 2 परिसर शामिल हैं।
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छापे के दायरे में दोनों कंपनियों के कॉर्पोरेट ऑफिस के साथ-साथ उनके प्रमोटर्स, CEO, COO, CFO और अन्य प्रमुख अधिकारियों के निजी आवास भी हैं। सूत्रों के अनुसार, तलाशी अभी भी जारी है और अब तक कई संदिग्ध दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस और वित्तीय रिकॉर्ड बरामद किए जा चुके हैं। ईडी की जांच का आधार सैकड़ों खिलाड़ियों की शिकायतें और विभिन्न राज्यों में दर्ज FIR हैं।
आरोप है कि, Winzo और GamezKraft ने अपने गेमिंग प्लेटफॉर्म के एल्गोरिदम में जानबूझकर हेरफेर किया, जिससे आम खिलाड़ी लगातार हारते रहे और कंपनी को भारी अवैध मुनाफा हुआ। खिलाड़ियों का दावा है कि, ये प्लेटफॉर्म जीत की संभावना को इस तरह डिजाइन किए गए थे कि 90-95% यूजर्स का पैसा कंपनी के पास ही चला जाता था। सबसे चौंकाने वाली बात छापे के दौरान सामने आई – दोनों कंपनियों के प्रवर्तकों के पास कई क्रिप्टो वॉलेट मिले हैं।
इन वॉलेट में भारी मात्रा में क्रिप्टोकरेंसी ट्रांसफर के सबूत मिले हैं, जिससे मनी लॉन्ड्रिंग का मजबूत शक पैदा हो गया है। ईडी को संदेह है कि गेमिंग से कमाए गए काले धन को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए विदेशी एक्सचेंजों और वॉलेट में ट्रांसफर किया जा रहा था। एजेंसी अब निम्न बिंदुओं पर गहन जांच कर रही है। कुल अवैध लाभ की राशि कितनी है
क्रिप्टो ट्रांजेक्शन का पूरा नेटवर्क
गेमिंग एल्गोरिदम में हेरफेर के तकनीकी सबूत
विदेशी खातों और बेनामी कंपनियों से लिंक
पिछले कुछ सालों में ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग सेक्टर पर ED और इनकम टैक्स की नजर लगातार बनी हुई है। Dream11, MPL के बाद अब Winzo और GamezKraft पर यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। जानकारों का कहना है कि अगर आरोप साबित हुए तो अरबों रुपये का जुर्माना और प्रमोटर्स की गिरफ्तारी तय है।
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