नई दिल्ली, 12 सितंबर 2025। DUSU Election 2025: दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ (डूसू) चुनाव 2025 के लिए माहौल गरम हो गया है। 18 सितंबर को होने वाले इस चुनाव के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) और नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। ABVP ने अध्यक्ष पद के लिए आर्यन मान को मैदान में उतारा है, जबकि NSUI ने जोस्लिन नंदिता चौधरी को चुना है। यह टक्कर छात्र राजनीति में एक बड़ा मुकाबला बन चुकी है, जहां दोनों संगठन छात्रों की समस्याओं को हल करने के वादों के साथ प्रचार में जुटे हैं।
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ABVP, जो वर्तमान में डूसू में मजबूत पकड़ रखता है, ने अपनी पूरी पैनल की घोषणा की है। आर्यन मान (24 वर्ष), हरियाणा के बहादुरगढ़ से हैं और हंसराज कॉलेज के स्नातक हैं। वे वर्तमान में डीयू से लाइब्रेरी साइंस कर रहे हैं। आर्यन ने छात्र राजनीति में अपनी शुरुआत यूनिवर्सिटी के पहले दिन से ही कर दी थी। वे फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शनों, बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और खेल सुविधाओं की मांग को लेकर सक्रिय रहे हैं। एक उत्साही फुटबॉल खिलाड़ी होने के नाते, उन्होंने कॉलेज स्तर पर कई टूर्नामेंट्स में भाग लिया है।
ABVP ने उपाध्यक्ष पद के लिए गोविंद तंवर, सचिव पद के लिए कुणाल चौधरी और संयुक्त सचिव पद के लिए दीपिका झा को उम्मीदवार बनाया है। ABVP के दिल्ली राज्य सचिव सरथक शर्मा ने कहा, “हमारा पैनल छात्र-केंद्रित है। हम जल्द ही अपना घोषणापत्र जारी करेंगे, जिसमें छात्रों की फीडबैक को शामिल किया जाएगा। हम सभी चार सीटों पर जीत के प्रति आश्वस्त हैं।” दूसरी ओर, कांग्रेस समर्थित NSUI ने 17 वर्षों बाद पहली महिला उम्मीदवार जोस्लिन नंदिता चौधरी को अध्यक्ष पद के लिए चुना है।
जोस्लिन (23 वर्ष), राजस्थान के पाल गांव, जोधपुर की रहने वाली हैं और डीयू से बौद्ध अध्ययन में एमए कर रही हैं। NSUI ने हाल के वर्षों में अपनी खराब प्रदर्शन के बाद पुनरुद्धार की कोशिश की है। 2024 के चुनाव में NSUI ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद जीते थे, लेकिन अब वे पूरी पैनल पर कब्जा करने के इरादे से उतरेंगे। उपाध्यक्ष पद के लिए राहुल झांसला, सचिव पद के लिए कबीर और संयुक्त सचिव पद के लिए लवकुश भड़ाना को नामित किया गया है। NSUI के एक प्रवक्ता ने कहा, “जोस्लिन एक नई चेहरा हैं, जो छात्रों की वास्तविक समस्याओं को समझती हैं।
हम हॉस्टल, फीस और कैंपस सुरक्षा जैसे मुद्दों पर जोर देंगे।” इस चुनाव में कुल 82 नामांकन दाखिल हुए थे, जिनमें से 73 को वैध माना गया। अध्यक्ष पद के लिए 9 उम्मीदवार हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला ABVP, NSUI और लेफ्ट गठबंधन (AISA-SFI) के बीच है। AISA ने अध्यक्ष पद के लिए रॉकी फर्नांडिस को मैदान में उतारा है। डूसू चुनाव हमेशा से राष्ट्रीय राजनीति का आईना रहा है। ABVP का आरएसएस से जुड़ाव, NSUI का कांग्रेस से और AISA-SFI का लेफ्ट विचारधारा, युवाओं के बीच विचारधाराओं की झलक दिखाता है।
मुख्य मुद्दे हॉस्टल सुविधाओं की कमी, फीस वृद्धि, कैंपस सुरक्षा, लाइब्रेरी इंफ्रास्ट्रक्चर और महिलाओं की सुरक्षा हैं। ABVP का दावा है कि उनके पिछले कार्यकाल में कई सुधार हुए, जैसे खेल सुविधाओं का विस्तार। NSUI ने आरोप लगाया कि ABVP ने छात्रों की मांगों को अनदेखा किया। चुनाव आयोग ने सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं, जिसमें प्रचार सामग्री पर खर्च सीमा और कोड ऑफ कंडक्ट का पालन शामिल है।
लगभग 2.75 लाख छात्र मतदान करेंगे। यह चुनाव न केवल कैंपस राजनीति का फैसला करेगा, बल्कि भविष्य के राजनीतिक नेताओं का भी निर्माण करेगा। दोनों पक्ष प्रचार अभियान तेज कर चुके हैं, और 18 सितंबर को नतीजे घोषित होंगे। छात्र संगठनों के बीच यह टक्कर डीयू को फिर से सुर्खियों में ला रही है।
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