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 बाढ़ की आहट पर DM का एक्शन, लखनऊ के गांवों में राहत व्यवस्थाओं का सख्त जायजा, नाव से लेकर मेडिकल कैंप तक के निर्देश

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  • गोमती का बढ़ता जलस्तर, जिलाधिकारी विशाख जी ने बख्शी का तालाब क्षेत्र में किया दौरा, *बाढ़ आपदा से निपटने की पूरी तैयारी
  • लखनऊ अलर्ट मोड में, DM ने गांवों में चारा, दवा और कंट्रोल रूम की व्यवस्था सुनिश्चित की, बाढ़ की संभावना पर तत्पर प्रशासन

लखनऊ, 12अगस्त 2025: गोमती नदी के बढ़ते जल स्तर और बाढ़ की संभावना को देखते हुए लखनऊ के जिलाधिकारी श्री विशाख जी ने आज बख्शी का तालाब तहसील क्षेत्र के कई गांवों का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न विभागों की तैयारियों का जायजा लिया और बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए तत्काल व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए। ग्राम लासा, अंगड़िया कला, सुल्तानपुर, बहादुरपुर और शिवपुरी जैसे प्रभावित इलाकों में पहुंचकर DM ने स्थानीय निवासियों से बातचीत की और राहत कार्यों की समीक्षा की।

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ग्राम लासा में जल भराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने ग्रामीणों और ग्राम सचिव से स्थिति की जानकारी ली। ग्रामीणों ने बताया कि फिलहाल रिहायशी इलाकों में पानी नहीं भरा है, लेकिन सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने शाम तक जल स्तर बढ़ने की संभावना जताई। इस पर DM ने उप जिलाधिकारी और तहसीलदार बख्शी का तालाब को निर्देश दिए कि सभी प्रभावित गांवों में आवागमन के लिए नाव, नाव चालक और गोताखोरों की तुरंत व्यवस्था की जाए। साथ ही, रात के समय मार्ग प्रकाश के लिए लाइट और पेट्रोमैक्स की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया।

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मेडिकल इमरजेंसी के लिए मरीजों को बचाने हेतु मोटर बोट की व्यवस्था भी अनिवार्य बताई गई।दौरे के दौरान DM ने उचित दर की राशन दुकान पर कोटेदार से बात की और खाद्यान्न वितरण की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने निर्देश दिए कि राशन वितरण में कोई कमी न हो और प्रभावित ग्राम पंचायतों में जिला आपूर्ति अधिकारी पूरी जिम्मेदारी से कार्य करें। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को गांवों में गौवंश के लिए चारा और भूसे की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कैंप लगाने के आदेश दिए गए।

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वहीं, MOIC को ग्रामीण क्षेत्रों में मेडिकल कैंप आयोजित करने, आवश्यक दवाओं खासकर एंटी स्नेक वेनम की उपलब्धता सुनिश्चित करने और डॉक्टरों, राजस्व कर्मियों तथा ग्राम पंचायत सचिवों की शिफ्टवार 24×7 ड्यूटी लगाने के निर्देश मिले।इसके बाद जिलाधिकारी ने अंगड़िया कला, सुल्तानपुर, बहादुरपुर और शिवपुरी गांवों का दौरा किया, जहां जल स्तर की जांच की गई। बाढ़ की संभावना को देखते हुए तहसीलदार बीकेटी को आज ही प्रभावित गांवों में कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए गए।

कंट्रोल रूम में कानूनगो को इंचार्ज बनाते हुए लेखपालों, MOIC, वेटनरी डॉक्टरों, सप्लाई इंस्पेक्टरों आदि की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा गया।इस महत्वपूर्ण दौरे में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, उप जिलाधिकारी बीकेटी, तहसीलदार बीकेटी, खंड विकास अधिकारी बीकेटी, अधिशासी अभियंता सिंचाई सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी के इस सक्रिय दृष्टिकोण से ग्रामीणों में राहत की भावना है, और प्रशासन की तैयारी से बाढ़ जैसी आपदा से निपटने की उम्मीद बढ़ गई है।

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