लखनऊ, 1 अक्टूबर 2025। Diwali Bonus: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अपने सरकारी कर्मचारियों को दीवाली से पहले बड़ा तोहफा देने की तैयारी पूरी कर ली है। केंद्र सरकार की तर्ज पर राज्य सरकार ने अराजपत्रित कर्मचारियों सहित विभिन्न श्रेणियों के लगभग 15 लाख से अधिक कर्मचारियों को बोनस देने का एलान किया है। यह बोनस 30 दिनों की परिलब्धियों के बराबर होगा, जिसकी अधिकतम सीमा 7,000 रुपये तक निर्धारित की गई है।
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इस फैसले से राज्य के खजाने पर करीब 1,000 करोड़ रुपये से अधिक का बोझ पड़ेगा, लेकिन कर्मचारियों की खुशी दोगुनी हो जाएगी। बोनस का लाभ पूर्णकालिक अराजपत्रित राज्य कर्मचारियों, राज्य निधि से सहायता प्राप्त शिक्षण एवं प्राविधिक संस्थाओं के कर्मियों, स्थानीय निकायों, जिला पंचायतों और राजकीय विभागों के दैनिक वेतन भोगियों को मिलेगा। पुरानी पेंशन स्कीम वाले कर्मचारियों को अलग प्रावधान के तहत बोनस मिलेगा, जबकि नई पेंशन स्कीम धारकों को सीधे उनके खातों में राशि जमा होगी। बोनस की राशि कर्मचारी की श्रेणी के अनुसार 3,400 रुपये से शुरू होकर 7,000 रुपये तक हो सकती है।
इसके अलावा, बोनस का आधा हिस्सा सामान्य भविष्य निधि (जीपीएफ) खाते में जमा किया जाएगा, जो कर्मचारियों के भविष्य के लिए सुरक्षित निवेश साबित होगा। योगी सरकार ने न केवल बोनस बल्कि दिवाली से पहले वेतन जारी करने पर भी विचार किया है। दीवाली 31 अक्टूबर को है, इसलिए अक्टूबर का वेतन 31 अक्टूबर से पहले ही खातों में भेजा जा सकता है। इसके साथ ही, महंगाई भत्ता (डीए) में 3 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है, जिससे डीए दर 53 प्रतिशत हो जाएगी।
दिवाली पर कैश में भुगतान से कर्मचारियों को तत्काल लाभ मिलेगा। पेंशनभोगियों को भी महंगाई राहत (डीआर) में इसी अनुपात में बढ़ोतरी का फायदा होगा।यह निर्णय केंद्र सरकार की घोषणा के बाद लिया गया है, जहां केंद्रीय कर्मचारियों को भी बोनस और डीए वृद्धि की सौगात मिली।
उत्तर प्रदेश में 17 लाख से अधिक राज्य कर्मचारी और शिक्षक इस योजना से प्रभावित होंगे। विकास प्राधिकरणों के 22 हजार और नगर निगमों के 17,500 कर्मचारियों को भी वेतन और बोनस समय से पहले मिलने की उम्मीद है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमेशा कर्मचारी हितों को प्राथमिकता दी है। पिछले वर्षों में भी दिवाली पर इसी तरह के उपहार दिए गए थे, जैसे 2023 में 7,000 रुपये तक का बोनस। इस बार भी शासनादेश जारी हो चुका है, और बोनस वेतन के साथ ही वितरित किया जाएगा।
कर्मचारी संगठनों ने इस कदम का स्वागत किया है, क्योंकि महंगाई के दौर में यह राहत त्योहारों को और यादगार बना देगा। कुल मिलाकर, योगी सरकार का यह फैसला कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाएगा और राज्य की आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहन देगा। दीवाली के बाजार में बढ़ती खरीदारी से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा। हालांकि, डीए वृद्धि का अंतिम ऐलान केंद्र के फैसले पर निर्भर करेगा। कर्मचारी अब उत्साह से त्योहार की तैयारियां कर रहे हैं, क्योंकि इस बार उनकी ‘दिवाली’ वाकई चमकदार होगी।
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