लखनऊ। Diwali 2025: इस वर्ष दीवाली का त्योहार एक खास अंदाज में मनाया जाएगा। पारंपरिक रूप से पांच दिनों तक चलने वाला दीपोत्सव इस बार छह दिनों का होगा। खगोलीय गणनाओं के अनुसार, धनतेरस की शुरुआत 18 अक्टूबर को दोपहर से हो जाएगी, जो 19 अक्टूबर तक चलेगी। इस दोहरी धनतेरस के कारण त्योहार की अवधि बढ़कर छह दिन हो गई है।
ज्योतिष बताते हैं कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी यानी धनतेरस का प्रारंभ 18 अक्टूबर को दोपहर 12:18 बजे से होगा और यह 19 अक्टूबर को दोपहर 1:51 बजे तक चलेगा। इस दौरान भक्तों को सोना-चांदी, बर्तन और अन्य वस्तुओं की खरीदारी का भरपूर अवसर मिलेगा।धनतेरस के दिन ही छोटी दीपावली का भी उत्सव मनाया जाएगा। साथ ही, भगवान हनुमान का प्राकट्य दिवस भी यही तिथि पर आएगा। हनुमान भक्तों के लिए यह दिन विशेष महत्वपूर्ण होगा।
हनुमान सेतु मंदिर के आचार्य चंद्रकांत द्विवेदी ने जानकारी दी कि मंदिर परिसर में सामूहिक सुंदरकांड पाठ का आयोजन होगा। लेटे हनुमान मंदिर, पुराने और नए हनुमान मंदिर, पक्का पुल के दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर तथा हनुमत धाम सहित शहर के प्रमुख हनुमान मंदिरों में विशेष पूजन-अर्चना और सुंदरकांड पाठ आयोजित किए जाएंगे। भक्तों से अपील की गई है कि वे इन कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर भाग लें और हनुमान चालीसा का पाठ करें। 20 अक्टूबर को कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी का समापन दोपहर 3:44 बजे होगा। इसी दिन मुख्य दीपावली का पर्व मनाया जाएगा।
घरों में दीप प्रज्वलन, लक्ष्मी पूजन और पटाखों की धूम रहेगी। इसके तुरंत बाद कार्तिक अमावस्या का प्रारंभ दोपहर 3:44 बजे से हो जाएगा, जो 21 अक्टूबर को शाम 5:54 बजे तक चलेगा। अमावस्या के दिन दान-पुण्य का विशेष महत्व है। भक्त गरीबों को अन्न, वस्त्र और अन्य सामग्री दान करेंगे। आचार्य आनंद दुबे ने बताया कि यह समय पितरों की आत्मा की शांति के लिए भी उपयुक्त है। 22 अक्टूबर को अन्नकूट और गोवर्धन पूजा का उत्सव होगा।
भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा को याद करते हुए गायों की पूजा और अन्नकूट प्रसाद का वितरण किया जाएगा। अंत में, 23 अक्टूबर को भाई दूज का त्योहार मनाया जाएगा। बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर रक्षा का वचन देंगी। इसी दिन भगवान चित्रगुप्त की जयंती भी है। चित्रगुप्त धाम में कलम, दवात और बहीखाते की पूजा होगी।
झूलेलाल वाटिका स्थित श्री चित्रगुप्त धाम में दिलीप श्रीवास्तव के संयोजन में विशेष पूजन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।इस छह दिवसीय दीपोत्सव से न केवल धार्मिक उल्लास बढ़ेगा, बल्कि व्यापारियों और भक्तों के लिए भी यह अवसर सौगात लेकर आएगा। ज्योतिषियों ने सलाह दी है कि तिथियों का सटीक पालन करें ताकि पूजा का फल पूर्ण प्राप्त हो। इस दीवाली में खुशियां दोगुनी होंगी!
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