नई दिल्ली, 17 सितंबर 2025। Delhi Tragedy: दिल्ली में सीवर की सफाई के दौरान एक दुखद हादसे में एक कर्मचारी की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य की हालत गंभीर बनी हुई है। यह घटना तब हुई जब चार कर्मचारी सीवर में उतरकर सफाई का काम कर रहे थे और जहरीली गैस की चपेट में आ गए। यह हादसा दिल्ली के एक व्यस्त इलाके में हुआ, जिसने एक बार फिर मैनुअल सीवर सफाई की खतरनाक प्रकृति और कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
घटना के अनुसार, कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा उपकरण जैसे मास्क या ऑक्सीजन सप्लाई के सीवर में उतरे थे। सीवर के अंदर मौजूद जहरीली गैस, संभवतः मिथेन और हाइड्रोजन सल्फाइड, ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया। इन गैसों के संपर्क में आने से कर्मचारियों को सांस लेने में तकलीफ हुई और वे बेहोश हो गए। स्थानीय लोगों और आपातकालीन सेवाओं ने उन्हें बाहर निकाला, लेकिन एक कर्मचारी की मौके पर ही मौत हो गई। अन्य तीन कर्मचारियों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
यह हादसा दिल्ली में मैनुअल स्कैवेंजिंग के जोखिमों को उजागर करता है। भारत में मैनुअल स्कैवेंजिंग पर प्रतिबंध के बावजूद, कई जगहों पर यह प्रथा जारी है। कर्मचारियों को अक्सर बिना उचित सुरक्षा उपकरणों के खतरनाक परिस्थितियों में काम करना पड़ता है। इस घटना ने दिल्ली सरकार और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही को भी सामने लाया, क्योंकि कर्मचारियों को न तो प्रशिक्षण दिया गया था और न ही उन्हें आवश्यक सुरक्षा उपकरण प्रदान किए गए थे।
विशेषज्ञों का कहना है कि सीवर सफाई के लिए आधुनिक मशीनों और तकनीकों का उपयोग अनिवार्य है। मैनुअल स्कैवेंजिंग न केवल खतरनाक है, बल्कि यह मानवाधिकारों का भी उल्लंघन है। इस हादसे के बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं और संगठनों ने सरकार से मैनुअल स्कैवेंजिंग को पूरी तरह खत्म करने और कर्मचारियों के लिए बेहतर सुरक्षा मानकों को लागू करने की मांग की है।
दिल्ली सरकार ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं और मृतक कर्मचारी के परिवार को मुआवजे का आश्वासन दिया है। हालांकि, इस तरह की घटनाएं बार-बार होने से सवाल उठता है कि क्या सरकार इस समस्या का स्थायी समाधान ढूंढ पाएगी। यह हादसा उन हजारों कर्मचारियों की पीड़ा को दर्शाता है जो रोजाना अपनी जान जोखिम में डालकर काम करते हैं। समाज और सरकार से इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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