नई दिल्ली, 16 सितंबर 2025। Delhi BMW Accident: दिल्ली के धौला कुआं इलाके में रविवार को हुए भयानक बीएमडब्ल्यू हादसे ने पूरे शहर को झकझोर दिया है। केंद्रीय वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों विभाग में उप सचिव नवजोत सिंह (56) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी संदीप कौर गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे में नवजोत को सिर और चेहरे पर गंभीर चोटें आईं, साथ ही उनके हाथ-पैर टूट गए। संदीप को भी हाथ-पैरों में मल्टीपल फ्रैक्चर हुए और सिर पर 14 टांके लगे।
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पुलिस ने मुख्य आरोपी, बीएमडब्ल्यू कार चला रही गगनप्रीत कौर को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन कैब ड्राइवर के चश्मदीद बयान ने मामले में नया मोड़ ला दिया है। घटना दिल्ली कैंट मेट्रो स्टेशन के पास रिंग रोड पर दोपहर करीब 1:30 बजे हुई। नवजोत और संदीप अपनी बाइक पर सवार होकर जा रहे थे, जब पीछे से तेज रफ्तार में आ रही नीले रंग की बीएमडब्ल्यू कार ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि दंपति बाइक से उछलकर सड़क पर गिर पड़े और पास गुजर रही एक बस के नीचे आ गए।
संदीप ने अपनी एफआईआर में बताया, “टक्कर के बाद हम सड़क पर लहूलुहान हो गए। नवजोत को सिर, चेहरे और पैरों पर भारी चोटें आईं, उनके हाथ-पैर टूट चुके थे। मैं चिल्लाती रही कि पास के अस्पताल ले जाओ, लेकिन कार सवारों ने हमें 19-20 किलोमीटर दूर मुखर्जी नगर के न्यूलाइफ अस्पताल ले जाया।” संदीप का आरोप है कि हादसे के बाद नवजोत की सांसें चल रही थीं, लेकिन देरी से इलाज के कारण उनकी मौत हो गई। कैब ड्राइवर गुलफाम, जो हादसे का चश्मदीद था, ने पुलिस को बताया कि वह धौला कुआं की ओर जा रहा था, जब सड़क पर अफरा-तफरी देखी।
गगनप्रीत ने उसे रोका और कहा, “आजादपुर (मुखर्जी नगर) चलो, घायलों को अस्पताल ले जाना है।” गुलफाम ने अपनी लोडर वैन में नवजोत, संदीप और गगनप्रीत के परिवार के सदस्यों को लादा। उसके मुताबिक, गगनप्रीत ने जानबूझकर नजदीकी दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल नहीं चुना, जो महज 2-3 किलोमीटर दूर था। पुलिस को शक है कि गगनप्रीत ने अपने परिचित के अस्पताल को प्राथमिकता दी, जिससे समय बर्बाद हुआ। गुलफाम को अब पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
पुलिस ने गगनप्रीत के पति को भी हिरासत में लिया है। कार में सवार उसके परिवार के सदस्यों को मामूली चोटें आईं, लेकिन उन्हें प्राथमिकता मिली। एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 304A (लापरवाही से मौत), 337 (चोट पहुंचाना) और अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज हुआ है। जांच में पता चला कि गगनप्रीत तेज गति से कार चला रही थी, और हादसे के बाद कार पलट गई। वित्त मंत्रालय ने नवजोत की मौत पर शोक व्यक्त किया है। संदीप के बेटा हरप्रीत ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया, कहा कि मां को लॉबी में घंटों बैठाया गया।
यह हादसा सड़क सुरक्षा और त्वरित चिकित्सा सुविधाओं की कमी को उजागर करता है। दिल्ली पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और गवाहों से पूछताछ तेज कर दी है। गगनप्रीत को व्हीलचेयर पर ले जाकर गिरफ्तार किया गया, और कोर्ट में पेश किया जाएगा। परिवार न्याय की मांग कर रहा है।
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