नई दिल्ली, 2 अक्टूबर 2025। Delhi Ashram Scandal: स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद सरस्वती के काले कारनामों का पर्दाफाश होते ही पूरे देश में सनसनी मच गई है। 62 वर्षीय इस आरोपी को दिल्ली के एक प्रमुख मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट के पूर्व प्रमुख के रूप में कई छात्राओं के यौन शोषण के गंभीर आरोपों में आगरा से गिरफ्तार किया गया। पिछले हफ्ते अरेस्ट के बाद उसे 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया, जहां दिल्ली पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है। बुधवार को पुलिस ने आरोपी को दोबारा इंस्टीट्यूट कैंपस ले जाकर डेढ़ घंटे की तलाशी ली, जिसमें अश्लील सामग्री से भरी पांच सीडी और एक सेक्स टॉय जब्त किया गया।
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सोमवार को भी कैंपस में छापेमारी हुई, जहां पता चला कि बाबा ने छात्राओं के टॉयलेट में सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे, ताकि उनकी जासूसी कर सके। पुलिस ने बागेश्वर, अल्मोड़ा समेत अन्य जगहों का भी दौरा किया, जहां फरार आरोपी रुका था। पुलिस जांच में बाबा के फोन से कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। पहला बड़ा खुलासा उसके अश्लील चैट्स का है। फोन में दर्ज सैकड़ों संवादों में चैतन्यानंद अज्ञात महिलाओं और लड़कियों से गंदी-गंदी बातें करता नजर आता है।
उसके कमरे से बरामद सेक्स टॉय और अश्लील सीडी साफ बताते हैं कि वह अपनी विकृत मानसिकता को हकीकत में उतारता था। उसके फोन में सीसीटीवी मॉनिटरिंग ऐप मिला, जिससे वह कैंपस और छात्रावास पर नजर रखता। छात्रा टॉयलेट में कैमरे लगवाने का आरोप सबसे शर्मनाक है। चैतन्यानंद का कार्यालय किसी महंगे होटल के सूट जैसा था आलीशान फर्नीचर, मूड लाइटिंग से सजा। वह महिलाओं को महंगे गहने, उपहार देता और योगा करते हुए अपनी न्यूड-सी तस्वीरें-वीडियो शेयर करने को मजबूर करता। वादा करता कि ‘मैं तुम्हें ऊंची पोस्ट दूंगा’।
कई दिनों तक फरार रहने के दौरान बाबा ने लंदन के नंबर्स इस्तेमाल किए, लेकिन आईपी एड्रेस से लोकेशन ट्रैक हो गई। खुद को बचाने के लिए वह भारत के चीफ जस्टिस और पीएमओ से कथित संबंधों का दावा करता, पुलिस को धमकाता। रविवार को आगरा में गिरफ्तार होने के बाद तीन महिला सहयोगियों तीन बहनों से उसका आमना-सामना कराया गया। इन बहनों ने पीड़ितों को धमकाया, उनके फोन से अश्लील मैसेज डिलीट करवाए।
पुलिस के अनुसार, बाबा का यह ‘खेल’ वर्षों से चल रहा था, जिसमें दर्जनों छात्राएं शिकार बनीं। दिल्ली पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) अब पीड़ितों के बयान दर्ज कर रही है। आरोपी के बैंक खातों, प्रॉपर्टी और अन्य सहयोगियों की भी पड़ताल हो रही। यह मामला न केवल यौन शोषण, बल्कि धोखाधड़ी और ब्लैकमेल का भी है। समाज में ऐसे स्वयंभू बाबाओं की सच्चाई उजागर होना जरूरी है, ताकि महिलाएं सुरक्षित रहें। चैतन्यानंद जैसे अपराधी अब कानून के साये में सजा पाएंगे।
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